केंद्रीय बजट 2024-25: मुख्य तथ्य एवं प्रमुख विशेषताएँ
जुलाई 2024 के संभावित अंतिम सप्ताह में घोषित होने वाले केंद्रीय बजट 2024-25, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए एक नियमित बजट होगा।
राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस 2024
राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस (29 जून) वह दिन है जब भारत सामाजिक-आर्थिक नियोजन और नीति निर्माण में सांख्यिकी की महत्त्वपूर्ण भूमिका को उत्सव के रूप में मनाता है।
वस्तु एवं सेवा कर (GST)
स्तु एवं सेवा कर (GST) भारतीय इतिहास में स्वतंत्रता के पश्चात् से अप्रत्यक्ष कर ढांचे में किए गए सबसे महत्त्वपूर्ण सुधारों में से एक है।
अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax): अर्थ, प्रकार, महत्त्व और आलोचनाएँ
अप्रत्यक्ष कर किसी देश की कराधान प्रणाली के साथ-साथ राजकोषीय नीति का एक प्रमुख घटक होता है। ये कर न केवल सरकारी राजस्व संग्रहण एवं आर्थिक विनियमन (Economic Regulation) के लिए, बल्कि आवश्यक सार्वजनिक सेवाओं के वित्तपोषण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
वित्तीय बाज़ार: अर्थ, वर्गीकरण, भूमिकाएँ और संबंधित तथ्य
वित्तीय बाज़ार राष्ट्र के आर्थिक ढांचे की आधारशिला है। इसके माध्यम से निवेशकों से उधारकर्ताओं तक वित्त के प्रवाह की सुविधा प्रदान की जाती है।
पूँजी बाजार के उपकरण
पूँजी बाजार के उपकरण निवेशकों और उधारकर्ताओं के बीच पूँजी के प्रवाह के लिए अभिन्न अंग हैं। इक्विटी, ऋण, डेरिवेटिव सहित विभिन्न प्रकार के पूँजी बाजार उपकरण दीर्घकालिक वित्तीय संसाधनों के एकत्रण और आवंटन की सुविधा प्रदान करते हैं।
पूँजी बाजार: अर्थ, संरचना, उपकरण, भूमिकाएँ और संबंधित तथ्य
पूँजी बाजार (Capital Market), वित्तीय बाजार के एक भाग के रूप में, निवेशकों और उधारकर्ताओं के बीच पूँजी के प्रवाह के लिए महत्त्वपूर्ण है।
मुद्रा बाजार: अर्थ, संरचना, उपकरण, भूमिकाएँ और संबंधित तथ्य
मुद्रा बाजार (Money Market), वित्तीय बाजार के एक महत्त्वपूर्ण भाग के रूप में बैंकों, सरकारों एवं निगमों के लिए अल्पकालिक दायित्वों के वित्तपोषण तथा तरलता के प्रबंधन के लिए अभिन्न अंग है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI)
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) भारतीय वित्तीय प्रणाली की एक महत्त्वपूर्ण आधारशिला है।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI): उत्पत्ति, संरचना, कार्य और संबंधित तथ्य
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI), भारत की केंद्रीय बैंकिंग संस्था के रूप में, भारतीय वित्तीय प्रणाली की रीढ़ है।