प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के लिए वाहन स्क्रैपिंग नीति

पाठ्यक्रम: सामान्य अध्ययन पेपर-3/ अर्थव्यवस्था

सन्दर्भ

  • सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने देश भर में अनुपयुक्त प्रदूषणकारी वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने हेतु स्वैच्छिक वाहन आधुनिकीकरण कार्यक्रम या वाहन स्क्रैपिंग नीति शुरू की है।

परिचय

  • कार्यक्रम तथा नीति को पंजीकृत वाहन स्क्रैपिंग सुविधाओं (RVSFs) और स्वचालित परीक्षण स्टेशनों (ATSs) के नेटवर्क के माध्यम से लागू किया जाएगा। 
  • वर्तमान में, देश में 17 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में साठ से अधिक RVSFs और 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में पचहत्तर ATSs संचालित हैं। 
  • बेड़े के आधुनिकीकरण तथा सर्कुलर इकोनॉमी के महत्व को पहचानते हुए, विभिन्न वाणिज्यिक और यात्री वाहन निर्माताओं ने जमा प्रमाणपत्र (स्क्रैपेज सर्टिफिकेट) के विरुद्ध सीमित अवधि के लिए छूट देने पर सहमति व्यक्त की है।
    • वाणिज्यिक वाहन और यात्री वाहन निर्माताओं ने क्रमशः दो वर्ष और एक वर्ष की सीमित अवधि के लिए छूट देने की इच्छा व्यक्त की है।

वाहन स्क्रैपिंग नीति के लाभ

  • नई कारों की मांग में वृद्धि: पुराने वाहनों को स्क्रैप किए जाने से नए वाहनों की मांग बढ़ेगी। 51 लाख से अधिक हल्के मोटर वाहन (निजी और वाणिज्यिक) 20 वर्ष से अधिक पुराने हैं।
  • रोजगार वृद्धि: स्क्रैपिंग सेंटर स्थापित करने और वाहनों की बिक्री में वृद्धि से विनिर्माण, सेवाओं तथा रीसाइक्लिंग सहित विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार सृजन होगा।
  • बेहतर वायु गुणवत्ता: अनुपयुक्त वाहनों को स्क्रैप करने से वायु प्रदूषण कम होगा और वायु गुणवत्ता बेहतर होगी।
  • स्क्रैप के लिए सर्वोत्तम मूल्य: वाहन मालिकों को टायर जैसे कार्य करने योग्य भागों के लिए कार स्क्रैपेज के लिए सर्वोत्तम मूल्य मिलेगा। रीसाइक्लिंग उद्योग भी अधिक सक्रिय होगा जिससे राजस्व में वृद्धि होगी।
  • बेहतर ईंधन दक्षता: नए वाहन सामान्यतः अधिक ईंधन कुशल होते हैं, जिससे ईंधन की खपत में बचत होती है और जीवाश्म ईंधन पर देश की निर्भरता कम होती है।

चुनौतियाँ

  • वित्तीय भार: पुराने वाहनों के मालिक, विशेषकर  निम्न आय वर्ग के लोग, प्रोत्साहन के बावजूद अपने वाहनों को बदलना वित्तीय रूप से बोझिल पाते हैं।
  • अपशिष्ट प्रबंधन चुनौतियाँ: लाखों वाहनों को नष्ट करने से उत्पन्न होने वाले अपशिष्ट के प्रबंधन में चुनौतियाँ आती हैं, जिसमें बैटरी, तेल और इलेक्ट्रॉनिक घटक जैसे खतरनाक पदार्थ सम्मिलित हैं।
  • बाजार में व्यवधान: नष्ट हो चुके वाहनों की अचानक प्रवेश और नए वाहनों की मांग से ऑटोमोटिव बाजार में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, जिससे कीमतों और मांग पर अप्रत्याशित रूप से प्रभाव उत्पन्न हो सकता है।

आगे की राह

  • योजना की पूरी क्षमता का एहसास करने के लिए यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि स्क्रैपिंग सेंटर वाहन मालिकों के लिए आसानी से सुलभ हों, विशेषकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में।
  • नीति के प्रभाव की नियमित समीक्षा करने एवं तकनीकी प्रगति तथा बदलती पर्यावरणीय आवश्यकताओं के आधार पर आवश्यक समायोजन करने के लिए एक तंत्र भी स्थापित करें।
  • असंगठित क्षेत्र के छोटे व्यवसायों और श्रमिकों को सहायता प्रदान करें जो नीति से प्रभावित हो सकते हैं। 
  • इसमें पुनः प्रशिक्षण कार्यक्रम, वित्तीय सहायता या नए ऑटोमोटिव इकोसिस्टम में संक्रमण के अवसर सम्मिलित हो सकते हैं।

Source: AIR