सर्वांगीण शिक्षा के लिए नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCrF)

पाठ्यक्रम: GS2/ शिक्षा

सन्दर्भ

  • नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCrF) का उद्देश्य लचीलेपन, कौशल-आधारित शिक्षा और बहु-विषयक पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देकर भारत की उच्च शिक्षा को आधुनिक बनाना है।

नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क(NCrF) 

  • नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCrF) एक परिवर्तनकारी सुधार है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 से लिया गया है। 
  • NEP के इस दृष्टिकोण और प्रयोजन को प्राप्त करने के लिए इसे CBSE, NCERT, शिक्षा मंत्रालय, DGT और कौशल विकास मंत्रालय सहित विभिन्न संस्थानों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। 
  • NCrF एक व्यापक ढांचा है जिसमें प्राथमिक, स्कूल, उच्च और व्यावसायिक शिक्षा तथा प्रशिक्षण शामिल है, जो सभी आयामों पर सीखने को एकीकृत करता है।

NCrF का महत्व

  • सीखने में लचीलापन: छात्र क्रेडिट अर्जित करने के लिए विभिन्न पाठ्यक्रमों और गतिविधियों में से चुन सकते हैं, जिससे उन्हें अपनी शिक्षा को अपनी रुचियों तथा प्रगति के लक्ष्यों के अनुरूप बनाने में सहायता मिलती है।
  • कौशल विकास: NCrF सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल पर बल देता है, छात्रों को वास्तविक विश्व की चुनौतियों के लिए तैयार करता है और उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाता है।
  • क्रेडिट हस्तांतरणीयता: यह छात्रों को कौशल प्रशिक्षण सहित विभिन्न विषयों का अध्ययन करने पर भी आसानी से क्रेडिट एकत्र करने और स्थानांतरित करने की अनुमति देकर उच्च शिक्षा में सहायता करता है।
  • बहु-विषयक दृष्टिकोण: NCrF व्यापक आधारित, बहु-विषयक, समग्र शिक्षा प्रदान करता है, जो कल्पनाशील और आवश्यकता आधारित पाठ्यचर्या संरचनाओं की अनुमति देता है।

कार्यान्वयन में चुनौतियाँ

  • परिवर्तन का प्रतिरोध: पारंपरिक शिक्षण संस्थान और संकाय पारंपरिक शिक्षण विधियों से हटकर अधिक लचीले, कौशल-आधारित शिक्षण को अपनाने का विरोध करते हैं।
  • बुनियादी ढाँचा और संसाधन: विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, व्यावहारिक कौशल प्रशिक्षण, इंटर्नशिप और बहु-विषयक कार्यक्रमों को लागू करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचे तथा संसाधनों की कमी है।
  • मूल्यांकन और मानकीकरण: विभिन्न संस्थानों और विषयों में क्रेडिट संचय तथा हस्तांतरण के लिए एक समान प्रणाली स्थापित करना जटिल है और इसे मानकीकृत करना मुश्किल है।

निष्कर्ष

  • NCrF का कार्यान्वयन भेदभाव को दूर करके, लचीलापन एवं गतिशीलता सुनिश्चित करके और सामान्य तथा व्यावसायिक शिक्षा के बीच अकादमिक समानता स्थापित करके NEP के दृष्टिकोण और प्रयोजन को साकार करने में एक गेम चेंजर साबित होगा। 
  • हमें अपनी उच्च शिक्षा प्रणाली को अधिक लचीला बनाकर और विभिन्न विषयों तथा कौशल-आधारित शिक्षा को कवर करने वाले पाठ्यक्रमों को शामिल करके पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। इससे भारत को आर्थिक और तकनीकी रूप से अग्रणी बनने में सहायता  मिलेगी।

Source: TH