भारत-स्पेन द्विपक्षीय संबंध

पाठ्यक्रम: GS2/अंतरराष्ट्रीय संबंध

संदर्भ

  • स्पेन के प्रधानमंत्री भारत की राजकीय यात्रा पर आए।

परिचय

  • प्रधानमंत्री सांचेज़ और प्रधानमंत्री मोदी ने वडोदरा में एयरबस स्पेन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा सह-निर्मित C-295 विमान के फाइनल असेंबली लाइन प्लांट का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
    • यह प्लांट 2026 में भारत में निर्मित होने वाले कुल 40 विमानों में से पहला ‘मेड इन इंडिया’ C295 विमान तैयार करेगा। 
    • एयरबस स्पेन भारत को ‘फ्लाई-अवे’ स्थिति में 16 विमान भी दे रहा है, जिनमें से 6 पहले ही भारतीय वायुसेना को सौंपे जा चुके हैं।
  •  द्विपक्षीय बैठक के दौरान भारत और स्पेन ने कई समझौता ज्ञापनों (MOUs) पर हस्ताक्षर किए।

भारत-स्पेन द्विपक्षीय संबंधों का अवलोकन

  • भारत और स्पेन के बीच राजनयिक संबंध 1956 में स्थापित हुए थे।
    • तब से, दोनों देश अपने राजनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए उच्च स्तरीय यात्राओं और चर्चाओं में लगे हुए हैं।
  • आर्थिक संबंध: स्पेन यूरोप में भारत का छठा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है। 2023 में द्विपक्षीय व्यापार 9.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया। इसी अवधि के दौरान भारत का निर्यात 7.17 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि आयात 2.74 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा।
    • भारत-स्पेन संयुक्त आर्थिक सहयोग आयोग (JCEC) की स्थापना 1972 के व्यापार तथा आर्थिक सहयोग समझौते के तहत की गई थी और तब से इसकी बारह बार बैठक हो चुकी है।
    • निवेश: स्पेन भारत में 16वें सबसे बड़े विदेशी निवेशक के रूप में रैंक करता है, जिसमें दिसंबर 2023 तक कुल संचयी FDI 3.94 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
  • रक्षा: स्पेन भारत के लिए रक्षा विविधीकरण और आधुनिकीकरण में एक प्रमुख सदस्य के रूप में उभरा है।
    • एयरबस स्पेन से 56 C295 विमानों की खरीद रक्षा विमान क्षेत्र में पहली मेक इन इंडिया परियोजना का प्रतिनिधित्व करती है।
  • दोनों दिशाओं में पर्यटन बढ़ रहा है, प्रत्येक वर्ष 250,000 भारतीय पर्यटक स्पेन की यात्रा करते हैं, और 40,000 स्पेनिश पर्यटक भारत आते हैं। 
  • स्पेन-भारत परिषद फाउंडेशन (एक निजी गैर-लाभकारी संगठन जो स्पेन के विदेश मंत्रालय के समन्वय में कार्य करता है) ने ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) के सहयोग से 2023 में तीसरा स्पेन-भारत फोरम आयोजित किया।
    •  यह फोरम स्पेन और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में कार्य करता है।
  • बहुपक्षीय सहयोग: दोनों देश जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और सतत विकास जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र, G-20 और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) सहित अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सहयोग करते हैं।
  • प्रवासी: स्पेन में भारतीय प्रवासियों की संख्या लगभग 75000 है, जो कैटेलोनिया, वालेंसिया, मैड्रिड और कैनरी द्वीप समूह में केंद्रित है।

आगे की राह

  • भारत और स्पेन के विकसित होते आर्थिक एवं कूटनीतिक संबंध महत्वपूर्ण संभावनाओं से भरे हैं, जिनमें व्यापार, निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे तथा रक्षा सहित सहयोग के प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। 
  • नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और पर्यावरण प्रौद्योगिकी में स्पेन की विशेषज्ञता भारत के बढ़ते बाजार का पूरक है। 
  • “मेक इन इंडिया” और “डिजिटल इंडिया” जैसी पहल आगे के सहयोग के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनाती हैं, जिससे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा मिलता है। 
  • चूंकि दोनों देश अपनी पारस्परिक शक्तियों का लाभ उठाना जारी रखते हैं, इसलिए भारत-स्पेन द्विपक्षीय संबंधों का भविष्य बेहतर सहयोग के साथ उज्ज्वल दिखाई देता है।

Source: PIB