The World Wildlife Fund’s (WWF) Living Planet Report 2024 reveals a catastrophic 73% decline in monitored wildlife populations over the past 50 years (1970-2020)
According to a report by the Central Electricity Authority (CEA), around 34 gigawatts (GW) or 136 gigawatts per hour (GWh) of battery energy storage systems is expected to be installed in India by 2030.
The External Affairs Minister of India, S. Jaishankar highlighted that rising globalization along with trade weaponization has resulted in job losses and dissatisfaction in many societies.
रसायन विज्ञान में 2024 के लिए नोबेल पुरस्कार डेविड बेकर को “कम्प्यूटेशनल प्रोटीन डिजाइन के लिए” और डेमिस हसाबिस और जॉन एम. जम्पर को “प्रोटीन संरचना भविष्यवाणी के लिए” प्रदान किया गया।
विश्व वन्यजीव कोष (WWF) की लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट 2024 से पता चलता है कि पिछले 50 वर्षों (1970-2020) में निगरानी की गई वन्यजीव जनसँख्या में 73% की भयावह गिरावट आई है।
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2030 तक लगभग 34 गीगावाट (GW) या 136 गीगावाट प्रति घंटा (GWh) क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणालियां स्थापित होने की उम्मीद है।