आज़ादी के पश्चात् से भारत के डेयरी उद्योग में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है, जो दूध की कमी वाले देश से विश्व के सबसे बड़े दूध उत्पादक और उपभोक्ता के रूप में विकसित हुआ है। हालाँकि, अपनी उपलब्धियों के बावजूद, उद्योग को ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है जिसके लिए श्वेत क्रांति 2.0 की आवश्यकता है।