लाल सागर
पाठ्यक्रम: GS 1/समाचार में स्थान
समाचार में
- ईरान के संयुक्त राष्ट्र दूत ने लाल सागर में तनाव बढ़ाने में तेहरान की भूमिका के संबंध में अमेरिका और ब्रिटेन के आरोपों को खारिज कर दिया।
लाल सागर
- लाल सागर अफ्रीका एवं एशिया महाद्वीपों के बीच हिंद महासागर का एक अर्ध-संलग्न प्रवेश (या विस्तार) है।
- यह अदन की खाड़ी एवं बाब अल मन्देब की संकरी जलसंधि के माध्यम से दक्षिण में अरब सागर और हिंद महासागर से जुड़ा हुआ है।
- सीमावर्ती देश: मिस्र, सऊदी अरब, यमन, सूडान, इरिट्रिया और जिबूती।
- लाल सागर में विश्व का सबसे गर्म और लवणीय समुद्री जल मौजूद है।
- स्वेज नहर के माध्यम से भूमध्य सागर से जुड़े होने के कारण यह विश्व में सबसे अधिक यात्रा किये जाने वाले जलमार्गों में से एक है, जो यूरोप और एशिया के बीच समुद्री यातायात को सुगम करता है।
क्या आप जानते हैं ? – ईरान द्वारा समर्थित हूती समूह ने फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए नवंबर 2023 इजरायल पर रॉकेट एवं ड्रोन से हमले किए हैं और लाल सागर में इजरायल से जुड़े शिपिंग को बाधित किया है। – हूती हमलों का जवाब: जवाबी कार्रवाई में, इजरायल एवं अमेरिकी-ब्रिटिश नौसैनिक गठबंधन ने आगे के हमलों को रोकने के लिए हूती ठिकानों पर हमले किए हैं। |
Source :TH
बिनोदिनी मंच
पाठ्यक्रम: विविध
संदर्भ
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि शहर की सांस्कृतिक संस्था कोलकाता स्टार थिएटर का नाम बदलकर बिनोदिनी मंच या बिनोदिनी थिएटर रखा जाएगा।
बिनोदिनी परिचय
- 1863 में कोलकाता के एक उपनगर में जन्मी, जो अपने लाल बत्ती क्षेत्र के लिए जाना जाता है, बिनोदिनी बंगाल में पेशेवर रूप से थिएटर में शामिल होने वाली पहली महिलाओं में से एक थीं।
- सामाजिक चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने भारतीय रंगमंच में महिला अभिनय के दायरे को नए सिरे से परिभाषित किया।
- जब स्टार थियेटर का निर्माण किया जा रहा था, तो उनके सम्मान में इसका नाम “B थियेटर” रखने का वादा किया गया था, लेकिन अंततः इसका नाम स्टार थियेटर ही रखा गया।
- वहाँ प्रदर्शित पहला शो दक्ष यज्ञ था, जिसमें बिनोदिनी ने अभिनय किया था।
- अपनी सफलता के बावजूद, उन्होंने थिएटर खुलने के सिर्फ़ चार साल बाद 1887 में स्वेच्छा से थिएटर से खुद को अलग कर लिया।
- उनकी आत्मकथा, अमर कथा (1913), जाति, वर्ग और पितृसत्ता की चुनौतियों का विशद वर्णन करती है, जिनका उन्होंने सामना किया।
Source: IE
बिजनेस रेडी (B-READY) 2024 रिपोर्ट
पाठ्यक्रम: GS3/ अर्थव्यवस्था
संदर्भ
- विश्व बैंक की B-READY रिपोर्ट में अच्छे अंक प्राप्त करने में भारत को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
परिचय
- विश्व बैंक द्वारा जारी की गई B-READY रिपोर्ट, विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं में कारोबारी माहौल और निवेश के माहौल का मानकीकरण करती है।
- यह विनियामक ढाँचों, सार्वजनिक सेवाओं और व्यावसायिक संचालन को सुविधाजनक बनाने में उनकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन करती है, जो विगत् डूइंग बिजनेस इंडेक्स का स्थान ग्रहण करती है I
भारत में चुनौतियाँ
- व्यवसाय में प्रवेश एवं श्रम विनियमन: व्यवसाय में प्रवेश में अनेक चरण और अपूर्ण डिजिटल एकीकरण के कारण मध्यम स्कोर प्राप्त होते हैं।
- चार श्रम संहिताएँ लागू की गईं, लेकिन राज्य स्तर पर असमान कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप प्रगति धीमी रही और अंक मध्यम से निम्न रहे।
- उच्च रसद लागत, सीमा शुल्क में देरी और असंगत व्यापार विनियमन प्रवर्तन दक्षता में बाधा डालते हैं।
- बोझिल जीएसटी अनुपालन, धीमी विवाद समाधान और सीमित एस.एम.ई. ऋण पहुँच चुनौतियों को बढ़ाती है।
भारत की शक्तियाँ
- विनियमन की गुणवत्ता, सार्वजनिक सेवाओं की प्रभावशीलता और परिचालन दक्षता में मजबूत प्रदर्शन की अपेक्षा है। डिजिटल और हरित प्रौद्योगिकियों में सकारात्मक प्रगति भारत के नियामक ढाँचे को बेहतर बनाती है, हालाँकि इसमें और सुधार की आवश्यकता है।
Source: BS
दर्द रहित सुई रहित शॉक सिरिंज
पाठ्यक्रम: GS3/ विज्ञान और प्रौद्योगिकी
संदर्भ
- IIT बॉम्बे के शोधकर्त्ताओं ने एक शॉकवेव आधारित सुई रहित सिरिंज विकसित की है, जो त्वचा को कम नुकसान पहुँचाते हुए दर्द रहित एवं सुरक्षित दवा पहुँचाती है तथा संक्रमण का जोखिम भी कम करती है।
परिचय
- पारंपरिक सिरिंजों के विपरीत, जिसमें सुई का उपयोग किया जाता है, यह शॉक सिरिंज त्वचा को नुकीली नोक से छेदने पर निर्भर नहीं करती है। इसके बजाय, यह उच्च-ऊर्जा दबाव तरंगों (शॉक वेव्स) का उपयोग करती है जो त्वचा में प्रवेश करने के लिए ध्वनि की गति से भी तेज़ गति से यात्रा करती हैं।
- ये प्रघात तरंगें, जब उत्पन्न होती हैं, तो आसपास के माध्यम, जैसे वायु या तरल, को संपीड़ित कर देती हैं, जिसके माध्यम से वे गुजरती हैं।
- यह प्रभाव ध्वनि की गति से अधिक तेज उड़ने वाले विमान द्वारा उत्पन्न ध्वनि बूम के समान है, जो आघात तरंगें उत्पन्न करता है जो आसपास की वायु को अस्त-व्यस्त कर देती हैं।
स्वास्थ्य सेवा के लिए निहितार्थ
- सुई रहित इंसुलिन वितरण मधुमेह रोगियों के लिए महत्त्वपूर्ण राहत है।
- सुई के डर से उत्पन्न होने वाली वैक्सीन हेजिटेशन को संबोधित करेगी।
इंजेक्शन लगाने के बारे में मुख्य तथ्य इंट्रामस्क्युलर: यह इंजेक्शन मांसपेशियों में गहराई तक जाने के लिए बनाया जाता है। सुई को त्वचा से 90 डिग्री के कोण (लंबवत) पर रखा जाएगा ताकि उस ऊतक में प्रवेश हो सके। – अंतःशिरा: इंजेक्शन या रक्त निकालने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सुइयों को ऐसी जगह पर रखा जाना चाहिए जहाँ नस तक आसानी से पहुँचा जा सके। सुई को त्वचा से 25 डिग्री के कोण पर प्रवेश किया जाना चाहिए। – इंट्राडर्मल: इस इंजेक्शन के लिए सुई को एपिडर्मिस (त्वचा की बाहरी परत) के ठीक नीचे और डर्मिस (त्वचा की आंतरिक परत) में प्रवेश करना होता है। – उपचर्म: सुई को त्वचा की दो परतों (एपिडर्मिस और डर्मिस) के नीचे रखा जाएगा। सुई को त्वचा की सतह से 45 डिग्री के कोण पर रखा जाएगा। |
Source: TH
नौसेना 2 फ्रंटलाइन युद्धपोत और 1 पनडुब्बी को कमीशन करेगी
पाठ्यक्रम: GS3/रक्षा
संदर्भ
- भारतीय नौसेना मुंबई स्थित नौसेना डॉकयार्ड में तीन फ्रंटलाइन प्लेटफार्मों को सेवा में शामिल करने के लिए तैयार है।
परिचय
- नए परिवर्धन निम्नलिखित हैं:
- छठी और आखिरी स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी वाग्शीर,
- प्रोजेक्ट-15बी स्टील्थ विध्वंसक का चौथा और आखिरी जहाज सूरत और
- प्रोजेक्ट-17ए स्टील्थ फ्रिगेट का प्रमुख जहाज नीलगिरी।
- तीनों प्लेटफॉर्म का निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल), मुंबई में किया गया था।
- नीलगिरि: यह प्रोजेक्ट-17Aका प्रमुख जहाज है, शिवालिक श्रेणी के फ्रिगेट की तुलना में यह एक बड़ी उन्नति है, जिसमें महत्त्वपूर्ण स्टेल्थ विशेषताएँ शामिल हैं।
- प्रोजेक्ट 15 B :
- ये अगली पीढ़ी के स्टील्थ गाइडेड-मिसाइल विध्वंसक हैं जो अत्यधिक हथियार युक्त P15A (कोलकाता क्लास) विध्वंसक की अनुवर्ती श्रेणियाँ हैं।
- परियोजना के चार जहाजों का नामकरण देश के चारों कोनों के प्रमुख शहरों अर्थात विशाखापत्तनम, मोरमुगाओ, इम्फाल और सूरत के नाम पर किया गया है।
प्रोजेक्ट -75
- प्रोजेक्ट 75 में स्कॉर्पीन श्रेणी की छह डीजल इलेक्ट्रिक अटैक पनडुब्बियों का स्वदेशी निर्माण सम्मिलित है।
- इन पनडुब्बियों का निर्माण फ्रांस के नौसेना समूह के सहयोग से मुंबई में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) द्वारा किया जा रहा है।
- इस परियोजना के तहत INS कलवरी,INS खंडेरी, INS करंज और INS वेला को 2017 और 2021 के बीच कमीशन किया गया।
- पांचवीं पनडुब्बी,INS वागीर को हाल ही में कमीशन किया गया।
- छठी पनडुब्बी वाग्शीर इस परियोजना की आखिरी पनडुब्बी है।
Source: TH
Previous article
वार्षिक भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट, 2024
Next article
मुस्लिम लीग का स्थापना दिवस