पाठ्यक्रम: सामान्य अध्ययन पेपर-2/अंतर्राष्ट्रीय संबंध
सन्दर्भ
- सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (CPR) के एक नए सर्वेक्षण में पाया गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध भविष्य में बेहतर होने की संभावना नहीं है।
परिचय
- सर्वेक्षण में 2016 से भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में आई गिरावट को स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है, जिसके बाद से कोई उच्च स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई है।
- 2011 और 2013 में किए गए पिछले सर्वेक्षणों ने उपमहाद्वीप में सुलह के लिए बहुत अधिक आशावाद का संकेत दिया था।
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर संक्षिप्त जानकारी
- भारत-पाकिस्तान संबंध जटिल हैं और 1947 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिलने के पश्चात् से इनमें तनाव, संघर्ष तथा यदा-कदा सहयोग के दौर आते रहे हैं।
समय
- विभाजन और प्रारंभिक संघर्ष: 1947 में ब्रिटिश भारत का भारत और पाकिस्तान में विभाजन होने के कारण बड़े पैमाने पर पलायन और हिंसा हुई।
- पहला बड़ा संघर्ष जम्मू और कश्मीर के विवादित क्षेत्र को लेकर प्रथम कश्मीर युद्ध (1947-48) के साथ हुआ।
- युद्ध और संघर्ष: दोनों देशों के बीच तीन बड़े युद्ध लड़े गए:
- 1965 का युद्ध: कश्मीर पर एक संघर्ष, जिसके परिणामस्वरूप संयुक्त राष्ट्र द्वारा युद्ध विराम हुआ।
- 1971 का युद्ध: एक क्रूर संघर्ष के पश्चात् बांग्लादेश (पूर्व में पूर्वी पाकिस्तान) की स्वतंत्रता हुई।
- 1999 कारगिल संघर्ष: कश्मीर के कारगिल जिले में एक संक्षिप्त लेकिन तीव्र संघर्ष जिसमें भारत विजयी हुआ।
- परमाणुकरण: दोनों देशों ने 1998 में परमाणु परीक्षण किए, इससे रणनीतिक गणना में एक नया आयाम जुड़ गया है।
- शांति प्रयास और संवाद: आगरा शिखर सम्मेलन (2001) और लाहौर शिखर सम्मेलन (1999) सहित संवाद और शांति-निर्माण के विभिन्न प्रयास हुए हैं।
- हालाँकि, आतंकवाद और पाकिस्तान द्वारा सीमा पार हिंसा सहित विभिन्न मुद्दों के कारण प्रगति प्रायः बाधित रही है।
- आतंकवाद और सुरक्षा मुद्दे: 2001 में भारतीय संसद पर आक्रमण और 2008 में मुंबई पर हुए हमलों ने संबंधों को काफी तनावपूर्ण बना दिया है।
- पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) पर भारत में विभिन्न आतंकवादी आक्रमणों में भूमिका निभाने का आरोप लगाया गया है।
- पुलवामा आक्रमण : फरवरी 2019 में कश्मीर के पुलवामा में भारतीय अर्धसैनिक बलों के काफिले पर हुए आक्रमणों में कम से कम चालीस जवान शहीद हो गए।
- पाकिस्तानी आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किया गया यह आक्रमण कश्मीर में तीन दशकों में हुआ सबसे घातक आक्रमण था। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी क्षेत्र में आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों पर हवाई आक्रमण किया।
- वर्तमान स्थिति: संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं, छिटपुट बातचीत और सामान्यीकरण के प्रयास हो रहे हैं, लेकिन कश्मीर विवाद, सीमा पार आतंकवाद और राजनीतिक तनाव जैसे मुद्दे अभी भी संबंधों पर भारी हैं।
सहयोग के क्षेत्र
- सिंधु जल संधि: 1960 में स्थापित यह संधि सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के उपयोग को नियंत्रित करती है।
- चल रहे विवादों के बावजूद, यह दोनों देशों के बीच जल संसाधनों के प्रबंधन में काफी सीमा तक सफल रहा है।
- करतारपुर कॉरिडोर समझौता (2019): तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर जाने के लिए भारत और पाकिस्तान के मध्य एक समझौते पर 2019 में हस्ताक्षर किए गए थे, ताकि तीर्थयात्रियों की पवित्र गुरुद्वारा तक सुलभ और सुचारू पहुँच की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया जा सके।
- क्रिकेट: भारत और पाकिस्तान के मध्य क्रिकेट मैच प्रायः व्यापक ध्यान आकर्षित करते हैं और कभी-कभी तनाव कम करने और सद्भावना को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
- द्विपक्षीय वार्ता: समय-समय पर होने वाली कूटनीतिक वार्ता और शिखर सम्मेलन, अपने उतार-चढ़ाव के बावजूद, विभिन्न मुद्दों पर विचार करने और साझा आधार खोजने के लिए मंच उपलब्ध कराना।
- शांति समझौते: शिमला समझौता (1972), लाहौर शिखर सम्मेलन घोषणा (1999), आगरा शिखर सम्मेलन (2001) दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित प्रमुख शांति स्थापित करने वाले समझौते हैं।
आगे की राह
- दोनों देशों के सामने विभिन्न आंतरिक और बाहरी चुनौतियाँ हैं, जो उनके द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित करती हैं।
- अपनी “पड़ोसी पहले नीति” के अनुरूप, भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है।
- भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेगा और भारत की सुरक्षा तथा क्षेत्रीय अखंडता को कमज़ोर करने के सभी प्रयासों से निपटने के लिए दृढ़ और निर्णायक कदम उठाएगा।
Source: TH