संक्षिप्त समाचार 07-01-2025

कोंडा रेड्डी जनजाति

पाठ्यक्रम: GS1/जनजातीय समूह

संदर्भ

  • आंध्र प्रदेश में कोंडा रेड्डी जनजाति के कुछ युवा अपनी पसंद के साथी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना पसंद करने लगे हैं।

परिचय

  • कोंडा रेड्डी जनजाति एक विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह है जो आंध्र प्रदेश के गोदावरी क्षेत्र में पापिकोंडा पहाड़ी शृंखला में निवास करता है।
  • उनकी मातृभाषा तेलुगु है।
  • कोंडा रेड्डी जनजातीय समूह की अपनी सामाजिक नियंत्रण संस्था है जिसे ‘कुल पंचायत’ कहा जाता है।
  • प्रत्येक गाँव का एक पारंपरिक मुखिया होता है जिसे ‘पेड्डा कापू’ कहा जाता है।

विशेष रूप से सुभेद्य जनजातीय समूह

  • 1973 में ढेबर आयोग ने आदिम जनजातीय समूहों (PTGs) के लिए एक अलग श्रेणी स्थापित की।
    • 1975 में संघ ने 52 जनजातीय समूहों को PTGs के रूप में चिन्हित किया।
    • 1993 में इस सूची में 23 अन्य समूह जोड़े गये। बाद में, 2006 में, इन समूहों को PVTGs नाम दिया गया।
  • भारत में जनजातीय समूहों में PVTGs अधिक असुरक्षित समूह हैं।
    • इन समूहों में आदिम लक्षण, भौगोलिक अलगाव, अल्प साक्षरता, शून्य से नकारात्मक जनसंख्या वृद्धि दर और पिछड़ापन पाया जाता है।
    • इसके अतिरिक्त, वे भोजन के लिए व्यापक स्तर पर शिकार और पूर्व-कृषि स्तर की प्रौद्योगिकी पर निर्भर हैं।
  • ऐसा कहा जाता है कि अधिक विकसित जनजातीय समूह विकास निधि का लाभ उठाते हैं, इसलिए PVTGs की ओर अधिक धनराशि निर्देशित करने की आवश्यकता है।
  • 2011 की जनगणना के अनुसार, ओडिशा में PVTGs की सबसे बड़ी जनसंख्या है, उसके पश्चात् मध्य प्रदेश का स्थान है।

Source: TH

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) मसौदा विनियम 2025

पाठ्यक्रम: GS2/ शिक्षा

संदर्भ

  •   UGC ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप विश्वविद्यालयों में कुलपतियों और शैक्षणिक भूमिकाओं के लिए पात्रता मानदंड को व्यापक बनाने के उद्देश्य से मसौदा नियमों की घोषणा की है।

मसौदा दिशा-निर्देश क्या हैं?

  • कुलपति की नियुक्ति में परिवर्तन: लोक प्रशासन, लोक नीति, उद्योग और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों जैसे क्षेत्रों के उम्मीदवार अब कुलपति की नियुक्ति के लिए पात्र होंगे।
    • उनके पास वरिष्ठ स्तर पर न्यूनतम 10 वर्ष का अनुभव तथा महत्त्वपूर्ण शैक्षणिक योगदान होना चाहिए।
    • चयन समिति की संरचना: समिति में अब तीन सदस्य होंगे: विजिटर या चांसलर, UGC, तथा विश्वविद्यालय की सर्वोच्च संस्था द्वारा नामित व्यक्ति।
  • NET की शिथिल आवश्यकता: न्यूनतम 55% अंकों के साथ मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग (ME) या मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (MTech) की डिग्री वाले अभ्यर्थी यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) उत्तीर्ण करने की आवश्यकता के बिना सहायक प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • विशेषज्ञता पर ध्यान: संकाय चयन अब अभ्यर्थियों की उच्चतम विशेषज्ञता के साथ अधिक निकटता से संरेखित होगा, जिससे पारंपरिक शैक्षणिक पथ के बाहर विषयों को पढ़ाने में लोचशीलता प्राप्त होगा।
  • संशोधित चयन मानदंड: नवीन शिक्षण विधियों, डिजिटल सामग्री निर्माण में योगदान, अनुसंधान निधि सुरक्षित करने और भारतीय भाषाओं में शिक्षण पर बल दिया जाएगा।
  • शैक्षणिक प्रदर्शन संकेतक (API) प्रणाली, जिसका उपयोग पहले संकाय पदोन्नति के लिए किया जाता था, को अधिक गुणात्मक मूल्यांकन के पक्ष में समाप्त कर दिया जाएगा।

Source:  HT

मैया सम्मान पहल

पाठ्यक्रम :GS 2/कल्याणकारी योजनाएँ

समाचार में

  • झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मैया सम्मान योजना के अंतर्गत 56.61 लाख महिलाओं को 1,415.44 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए।

मैया सम्मान योजना का परिचय

  • इस योजना के अंतर्गत 18 से 50 वर्ष की आयु वाली प्रत्येक महिला के लिए राशि ₹1,000 से बढ़ाकर ₹2,500 कर दी गई।
  • इस योजना के अंतर्गत महिलाओं के पास बैंक खाता होना अनिवार्य है, जिससे लाखों महिलाएँ औपचारिक बैंकिंग प्रणाली में सम्मिलित हो सकेंगी।
  • दिसंबर के लिए 2,500 रुपये की किस्त हस्तांतरित कर दी गई है तथा जनवरी की किस्त बाद में हस्तांतरित की जाएगी।

महत्त्व

  • नकदी हस्तांतरित को महिलाओं की घरेलू आय में परिवर्तनकारी वृद्धि के रूप में वर्णित किया गया है, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में।
    • शोध से पता चलता है कि महिलाओं को दिए जाने वाले नकद हस्तांतरण से परिवार के स्वास्थ्य, शिक्षा और पोषण में सुधार होता है।
    • सरकार का लक्ष्य राज्य की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को आर्थिक गतिविधियों में सम्मिलित करना है।

Source :TH

पीएम यशस्वी योजना(PM YASASVI scheme)

पाठ्यक्रम :GS 2/कल्याणकारी योजनाएँ

समाचार में

  • पंजाब ने प्रधानमंत्री यशस्वी योजना के अंतर्गत OBC, EBC, DNT छात्रों के लिए छात्रवृत्ति पोर्टल का शुभारंभ किया।

योजना का परिचय

  • सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा वाइब्रेंट इंडिया के लिए पीएम यंग अचीवर्स छात्रवृत्ति पुरस्कार योजना (PM-YASASVI) का शुभारंभ किया गया
  • चयन प्रक्रिया: अभ्यर्थियों का चयन NTA द्वारा आयोजित यशस्वी प्रवेश परीक्षा (YET) के माध्यम से किया जाता है।
  • पात्रता: अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (EBC) और विमुक्त जनजाति (DNT ) के छात्रों के लिए खुला है, जिनकी पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये तक है।
  • उद्देश्य: यह योजना शैक्षिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है, तथा वंचित छात्रों को वित्तीय बाधाओं को दूर करने तथा अपनी शिक्षा पूरी करने में सहायता करती है।
  • इसमें कई पूर्व योजनाओं को सम्मिलित किया गया है, जिनमें अति पिछड़ा वर्ग और विमुक्त जनजातियों के लिए डॉ. अंबेडकर पोस्ट-मैट्रिक और प्री-मैट्रिक छात्रवृत्तियाँ शामिल हैं।
    • उप-योजनाएँ: प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 9-10) – 2.5 लाख रुपये से कम आय वाले परिवारों के छात्रों के लिए 4,000 रुपये।
      • पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति (माध्यमिक शिक्षा के बाद) – पाठ्यक्रम के प्रकार के आधार पर ₹5,000 से ₹20,000 तक।
      • शीर्ष श्रेणी की स्कूल शिक्षा
      • शीर्ष श्रेणी की कॉलेज शिक्षा
      • OBC लड़के और लड़कियों के लिए छात्रावासों का निर्माण

Source: PIB

भारत का कॉफ़ी निर्यात पहली बार 1 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक हुआ

पाठ्यक्रम: GS 3/अर्थव्यवस्था 

समाचार में

  • भारतीय कॉफी निर्यात 2024 में 1.684 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँच गया, जो 2023 में 1.160 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 45% अधिक है।

भारत में कॉफ़ी उत्पादन

  • कॉफ़ी पूरे विश्व में उपयोग किया जाने वाला एक महत्त्वपूर्ण पेय पदार्थ है।
  • इसके लिए गर्म, नम जलवायु और अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है। पहाड़ी ढाल इसके विकास के लिए आदर्श हैं।
  • भारत में अरेबिका (हल्का स्वाद, उच्च बाजार मूल्य) और रोबस्टा (तीव्र स्वाद, मिश्रणों में प्रयुक्त) का उत्पादन होता है।
  • भारत 2022-2023 में विश्व का आठवाँ सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक बन गया।
  • क्षेत्रीय उत्पादन: कर्नाटक सबसे बड़ा उत्पादक (71%) है।
    • केरल 20% के साथ दूसरे स्थान पर है।
    • तमिलनाडु में इसका 5% उत्पादन होता है, मुख्यतः नीलगिरि में।
    • छोटे पैमाने पर योगदान उड़ीसा और पूर्वोत्तर क्षेत्रों से आता है।

वृद्धि के कारण

निर्यात में वृद्धि वैश्विक कॉफी कीमतों में उछाल के कारण हुई, जो ब्राजील और वियतनाम जैसे प्रमुख कॉफी उत्पादक देशों में खराब मौसम से प्रभावित हुई।

  • प्रस्तावित यूरोपीय संघ वन विनाश विनियमन (EUDR) के कारण यूरोपीय रोस्टरों और व्यापारियों ने अग्रिम रूप से कॉफी खरीदना शुरू कर दिया, जिससे माँग में वृद्धि हुई।
  • इटली सबसे बड़ा खरीदार है, जिसका उत्पादन मात्रा में 40% की वृद्धि के साथ 78,048 टन हो गया है।
    • जर्मनी 19% वृद्धि के साथ 42,587 टन के साथ दूसरे स्थान पर है।

Source :TH

जम्मू रेलवे डिवीजन

पाठ्यक्रम: GS3/ अवसंरचना

समाचार में

  • प्रधानमंत्री ने जम्मू रेलवे डिवीजन (उत्तरी रेलवे जोन के अंतर्गत) का उद्घाटन किया, जो भारत के सुदूर उत्तरी क्षेत्र में ट्रेन सेवा प्रबंधन को बढ़ाने में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।

परिचय

  • रेलवे डिवीजन: यह भारतीय रेलवे के अंतर्गत एक प्रशासनिक इकाई है, जो अपने अधिकार क्षेत्र में ट्रेन संचालन, रखरखाव और बुनियादी ढाँचे के विकास के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है।
  • भारतीय रेलवे संरचना: 19 जोन (मेट्रो रेलवे, कोलकाता सहित) और इन जोन के अंतर्गत 70 डिवीजन। ज़ोन का नेतृत्व महाप्रबंधक (GM) करते हैं।
  • जम्मू संभाग का महत्त्व
    • उन्नत कनेक्टिविटी: प्रतिष्ठित रेल अवसंरचना की देखरेख करेगा:
      • अंजी खड्ड पुल: भारत का प्रथम केबल-स्टेड रेल पुल।
      • चिनाब रेल ब्रिज: विश्व का सबसे ऊँचा रेलवे आर्च ब्रिज।
    • USBRL परियोजना: उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेलवे लिंक (USBRL) के माध्यम से कश्मीर को शेष भारत से जोड़ने के लिए महत्त्वपूर्ण।
    • सामरिक महत्त्व: यह जम्मू एवं कश्मीर में क्षेत्रीय विकास को गति देता है, सुगमता बढ़ाता है और पर्यटन को बढ़ावा देता है।
    • आधुनिक अवसंरचना: सुव्यवस्थित और कुशल रेल परिचालन के लिए उन्नत IT प्रणालियों से सुसज्जित।

Source: ET

रुद्र उच्च प्रदर्शन ग्रीन प्रणोदन प्रणाली

पाठ्यक्रम: GS3/विज्ञान और प्रौद्योगिकी

संदर्भ

  • बेलाट्रिक्स एयरोस्पेस ने घोषणा की है कि उसने रुद्र हाई-परफॉरमेंस ग्रीन प्रोपल्शन सिस्टम से वांछित परिणाम प्राप्त कर लिए हैं।

परिचय

  • हाल ही में प्रक्षेपित PSLV C-60 मिशन में इसे PSLV ऑर्बिटल एक्सपेरीमेंटल मॉड्यूल (POEM-4) पर रखा गया था।
  • रुद्र 1N एक हरित मोनो-प्रणोदक प्रणाली है जिसमें पूर्णतः एकीकृत पैकेज है।
    • इसमें टैंक, वाल्व, उच्च प्रदर्शन प्रणोदक और उत्प्रेरक जैसे घटक शामिल हैं, जिन्हें देश में ही डिजाइन और विकसित किया गया है
    • POEM-4 प्लेटफॉर्म 350 किमी. की ऊँचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है।
  • POEM-4 प्लेटफार्म, जो PSLV रॉकेट का चौथा चरण है, पर विभिन्न इसरो प्रयोगशालाओं, स्टार्ट-अप कंपनियों और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा किए गए 24 प्रयोग उपस्थित हैं।

Source: TH

नेट-जीरो बैंकिंग एलायंस (NZBA)

पाठ्यक्रम: GS3/पर्यावरण और जैव विविधता

संदर्भ

  • संयुक्त राज्य अमेरिका के बैंक सिटीग्रुप और बैंक ऑफ अमेरिका नेट-जीरो बैंकिंग एलायंस (NZBA) से बाहर निकल रहे हैं।

परिचय

  • नेट-जीरो बैंकिंग एलायंस (NZBA) बैंकों का एक गठबंधन है, जिसने 2050 तक नेट-जीरो ग्रीनहाउस गैस (GHG) उत्सर्जन प्राप्त करने के लक्ष्य के साथ अपनी वित्तपोषण गतिविधियों को संरेखित करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
  • इस गठबंधन की स्थापना 2021 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम वित्त पहल (UNEP FI) के अंतर्गत की गई थी।
  • यह नेट जीरो के लिए ग्लासगो वित्तीय गठबंधन (GFANZ) का भाग है, जिसमें अन्य वित्तीय संस्थान भी सम्मिलित हैं और यह वैश्विक वित्त उद्योग में जलवायु कार्रवाई को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करता है।

Source: TH

पंचप्राण

पाठ्यक्रम: GS4/एथिक्स और मानवीय मूल्य

समाचार में

  • दिल्ली में NCC गणतंत्र दिवस शिविर – 2025 के उद्घाटन के अवसर पर उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने पंचप्राण के माध्यम से भारत की राष्ट्रीय परिवर्तन योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की।

पंचप्राण (राष्ट्रीय परिवर्तन के पाँच स्तंभ)

  • परिचय: पंचप्राण 2022 में स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित पाँच प्रतिज्ञाओं को संदर्भित करता है। इन प्रतिज्ञाओं का उद्देश्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र की ओर ले जाना है। ये हैं:
    • सामाजिक सद्भाव: विविधता के माध्यम से एकता को बढ़ावा देना और इसे राष्ट्र के लिए एक एकजुट शक्ति में परिवर्तित करना।
    • पारिवारिक प्रबोधन: परिवारों के अंदर इन गुणों का पोषण करके बुनियादी स्तर पर देशभक्ति के मूल्यों को मजबूत करना।
    • पर्यावरण चेतना: सतत् भविष्य के लिए पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण करके भारत माता का सम्मान करना।
    • स्वदेशी और स्वावलंबन: आत्मनिर्भर भारत के प्रतीक, आत्मनिर्भरता और स्वदेशी विकास को बढ़ावा।
    • नागरिक कर्त्तव्य: नागरिक जिम्मेदारियों के पालन के माध्यम से नागरिकों को प्रगति की ओर मार्गदर्शन करना।

Source: AIR