निकोबारियों की आनुवंशिक विरासत

पाठ्यक्रम: GS1/ मानव भूगोल

सन्दर्भ

  • एक हालिया आनुवंशिक अध्ययन से पता चला है कि 25,000 की संख्या वाली निकोबारी जनसँख्या का दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया की ऑस्ट्रोएशियाटिक जनसँख्या के साथ महत्वपूर्ण पैतृक संबंध है।

अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष

  • ऑस्ट्रोएशियाटिक संबंध: अध्ययन से पता चला है कि निकोबारी जनसँख्या मुख्य भूमि दक्षिण पूर्व एशिया में ‘हतिन माल’ जनसँख्या के साथ आनुवंशिक समानता साझा करती है, जो ऑस्ट्रोएशियाटिक भाषा बोलते हैं।
    • हतिन माल समुदाय जातीय रूप से अलग रहा है, जबकि निकोबारी से एक स्पष्ट आनुवंशिक विचलन प्रदर्शित करता है।
  • प्रवास की समय-सीमा: पहले के सिद्धांतों ने निकोबारी भाषाई पूर्वजों के प्रवास को प्रारंभिक होलोसीन काल (लगभग 11,700 वर्ष पहले) में रखा था।
    • नए अध्ययन में निकोबारी प्रवास की तारीख लगभग 4,500-5,000 वर्ष पहले बताई गई है।
  • आनुवंशिक विचलन और अलगाव: निकोबारी अलग-अलग आनुवंशिक हस्ताक्षर दिखाते हैं, जो द्वीपों पर दीर्घकालिक अलगाव को दर्शाते हैं।
विश्व के प्रमुख जातीय और भाषाई समूह
ऑस्ट्रोएशियाटिक समूह: एशिया के सबसे पुराने भाषाई परिवारों में से एक, माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति दक्षिणी चीन में हुई थी।
1. उदाहरण: कंबोडिया में खमेर, वियतनाम में वियतनामी, थाईलैंड में हतिन मल और पूर्वी भारत में संथाल, हो एवं मुंडा जनजातियाँ।
भारत-यूरोपीय समूह: विश्व भर में सबसे बड़ा भाषाई परिवार, जिसकी उत्पत्ति लगभग 6,000-8,000 वर्ष पहले पोंटिक-कैस्पियन स्टेप (यूरेशिया) से हुई थी।
1. भारत-आर्यन: दक्षिण एशिया में हिंदी, बंगाली और पंजाबी बोलने वाले।
2. ईरानी: ईरान में फारसी और अफ़गानिस्तान में पश्तून।
3. यूरोपीय: अंग्रेज़ी, जर्मन, स्पेनिश, फ़्रेंच और डच।
चीनी-तिब्बती समूह: दूसरा सबसे बड़ा भाषा परिवार, जिसकी उत्पत्ति लगभग 5,000 वर्ष पहले चीन में हुई थी।
1. चीनी: मंदारिन, कैंटोनीज़ और चीन भर में बोली जाने वाली अन्य बोलियाँ।
2. तिब्बती-बर्मी: तिब्बती (तिब्बत), बर्मी (म्यांमार), और पूर्वोत्तर भारत में नागा जनजातियाँ।
नाइजर-कांगो समूह: अफ्रीका का सबसे बड़ा भाषा परिवार, जो महाद्वीप के एक महत्वपूर्ण हिस्से को कवर करता है।
बंटू उपसमूह: मध्य, पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका में स्वाहिली, ज़ुलु एवं ज़ोसा बोलने वाले।
अन्य समूह: नाइजीरिया में योरूबा और इग्बो, सेनेगल में वोलोफ़।
द्रविड़ समूह: भारतीय उपमहाद्वीप में एक प्राचीन भाषाई परिवार।
उदाहरण: तमिल (तमिलनाडु, श्रीलंका), तेलुगु (आंध्र प्रदेश), कन्नड़ (कर्नाटक), और मलयालम (केरल)।
ऑस्ट्रोनेशियन समूह: वे दक्षिण पूर्व एशिया, प्रशांत द्वीप समूह और मेडागास्कर में फैले हुए हैं।
1. मलय-पॉलिनेशियाई: तागालोग (फिलीपींस), मलय (मलेशिया), जावानीस (इंडोनेशिया)।
2. प्रशांत: हवाईयन, माओरी (न्यूजीलैंड), और समोआ (समोआ)।
3. मालागासी: मेडागास्कर (हिंद महासागर)।

अध्ययन का महत्व

  • यह शोध निकोबारी जनसँख्या के बसने के समय के बारे में नई जानकारी प्रदान करता है, तथा पिछली मान्यताओं को संशोधित करता है। 
  • यह प्रवास, अलगाव और सांस्कृतिक विकास के मध्य के अंतरसंबंध को भी प्रकट करता है जिसने निकोबार द्वीपसमूह में निकोबारी जनजाति की विशिष्ट पहचान को आकार दिया है।
निकोबार द्वीप समूह
– निकोबार द्वीप समूह, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह संघ शासित प्रदेश का हिस्सा है, जो अंडमान द्वीप समूह के दक्षिण में पूर्वी हिंद महासागर में स्थित है। 
– निकोबार द्वीपसमूह में सात बड़े द्वीप और कई छोटे द्वीप शामिल हैं। इन द्वीपों को तीन प्रमुख उप-समूहों में वर्गीकृत किया गया है: 
1. उत्तरी समूह: इसमें निकोबार द्वीप समूह की प्रशासनिक राजधानी कार निकोबार शामिल है। 
2. केंद्रीय समूह: इसमें नानकॉरी, कामोर्टा, कटचल और टेरेसा जैसे द्वीप शामिल हैं। 
3. दक्षिणी समूह: इसमें ग्रेट निकोबार शामिल है, जो निकोबार द्वीपसमूह का सबसे बड़ा और सबसे दक्षिणी द्वीप है।

Source: TH