भारत और अमेरिका नौसेना के लिए संयुक्त रूप से अंतर-संचालनीय सोनोबॉय का निर्माण करेंगे

पाठ्यक्रम: GS2/अंतर्राष्ट्रीय संबंध

संदर्भ

  • भारत और अमेरिका ने भारतीय नौसेना के लिए अंडरसी डोमेन अवेयरनेस (UDA) के लिए अमेरिकी सोनोबॉय के सह-उत्पादन पर सहयोग की घोषणा की है।

सोनोबॉय का परिचय

  • सोनोबॉय छोटे और विस्तारयोग्य उपकरण हैं जिनका उपयोग जल के अंदर ध्वनिकी और सोनार प्रणालियों में पनडुब्बियों और अन्य शत्रुतापूर्ण वस्तुओं का पता लगाने और खतरों को समाप्त करने के लिए सटीक हमले करने के लिए किया जाता है।
सोनोबॉय का परिचय
  • इसके 2027 तक प्रारंभ होने की संभावना है।
    • इसका उत्पादन ‘मेक इन इंडिया’ सिद्धांतों के अनुसार अमेरिका और भारत में विभाजित किया गया है।
    • भारत में सह-निर्मित सोनोबॉय अमेरिकी नौसेना और भारतीय नौसेना के बीच विनिमेय एवं अंतर-संचालनीय हैं।

महत्त्व

  • समुद्री क्षेत्र जागरूकता के बाद, UDA भारत और क्वाड के मध्य एक प्रमुख फोकस क्षेत्र के रूप में उभरा है।
  • क्षेत्र में चीन की बढ़ती उपस्थिति के मद्देनजर भारत ने जल के अंदर खतरे का पता लगाने की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के साथ-साथ अमेरिकी सोनोबॉय खरीदने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
  • यह सुनिश्चित करना महत्त्वपूर्ण होगा कि क्षेत्र का यह हिस्सा व्यापार, वाणिज्य और समृद्धि के लिए सुरक्षित बना रहे।

भारत और अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों का अवलोकन

  • भारत की स्वतंत्रता के पश्चात् से, संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ संबंधों में शीत युद्ध युग के भारत के परमाणु कार्यक्रम पर अविश्वास एवं विरोधाभास की स्थिति बनी हुई है।
  • हाल के वर्षों में संबंधों में निकटता आई है तथा विभिन्न आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में सहयोग मजबूत हुआ है।
  • द्विपक्षीय व्यापार: 2017-18 और 2022-23 के मध्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में 72% की वृद्धि हुई है।
    • वर्ष 2021-22 के दौरान भारत में सकल FDI प्रवाह में अमेरिका का योगदान 18% रहा, जो सिंगापुर के बाद दूसरे स्थान पर है।
  • रक्षा और सुरक्षा: भारत और अमेरिका ने गहन सैन्य सहयोग के लिए तीन “आधारभूत समझौतों” पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसकी शुरुआत 2016 में लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA) से हुई, और उसके पश्चात् प्रथम बार संचार संगतता एवं सुरक्षा समझौता (COMCASA) किया गया। 2018 में 2+2 वार्ता, और फिर 2020 में बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (BECA)।
    • 2016 में, संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत को एक प्रमुख रक्षा साझेदार का दर्जा दिया, जो दर्जा किसी अन्य देश को प्राप्त नहीं है।
  • अंतरिक्ष: भारत द्वारा हस्ताक्षरित आर्टेमिस समझौते ने समस्त मानव जाति के लाभ के लिए अंतरिक्ष अन्वेषण के भविष्य के लिए एक साझा दृष्टिकोण स्थापित किया।
    • संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत द्विपक्षीय नागरिक अंतरिक्ष संयुक्त कार्य समूह के माध्यम से सहयोग करते हैं।
  • बहुपक्षीय सहयोग: भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका बहुपक्षीय संगठनों और मंचों में निकटता से सहयोग करते हैं, जिनमें संयुक्त राष्ट्र, जी-20, दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) से संबंधित मंच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक और विश्व व्यापार संगठन शामिल हैं।
    • ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ मिलकर, संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक कूटनीतिक नेटवर्क, क्वाड के रूप में एकत्रित हुए हैं।
  • परमाणु सहयोग: असैन्य परमाणु समझौते पर 2005 में हस्ताक्षर किए गए थे, इस समझौते के अंतर्गत भारत अपनी असैन्य और सैन्य परमाणु सुविधाओं को अलग करने तथा अपने सभी असैन्य संसाधनों को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के सुरक्षा उपायों के अंतर्गत रखने पर सहमत है।
    • बदले में, संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के साथ पूर्ण असैन्य परमाणु सहयोग की दिशा में कार्य करने पर सहमत है।

Source: TH