संक्षिप्त समाचार 08-01-2025

BNSS की धारा 479

पाठ्यक्रम: GS2/ शासन व्यवस्था

समाचार में 

  • गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों एवं  केंद्र शासित प्रदेशों से विचाराधीन कैदियों को राहत प्रदान करने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 (BNSS) की धारा 479 को लागू करने का आग्रह किया है।
    • प्रावधानों में उन लोगों को जमानत या बांड पर रिहा करना सम्मिलित  है, जिन्होंने अपनी सजा का एक बड़ा भाग पूरा कर लिया है, जिसका उद्देश्य लंबी हिरासत को कम करना है।

BNSS की धारा 479 के प्रमुख प्रावधान

  • एक-अर्द्ध हिरासत(One-half Detention): ऐसे विचाराधीन कैदियों (UTPs) को, जिन्होंने अपने अपराध के लिए अधिकतम सजा की आधी अवधि पूरी कर ली है (मृत्यु या आजीवन कारावास से दंडनीय अपराधों को छोड़कर) न्यायालय द्वारा जमानत पर रिहा किया जाना चाहिए।
  • एक तिहाई हिरासत (प्रथम अपराध करने वाले): प्रथम अपराध करने वाले ऐसे अपराधियों को, जिन्होंने अधिकतम सजा का एक-तिहाई हिस्सा पूरा कर लिया है, न्यायालय द्वारा जमानत पर रिहा कर दिया जाना चाहिए।
  • जेल अधिकारियों के उत्तरदायित्व : धारा 479(3) के अंतर्गत जेल अधीक्षक को पात्र कैदियों की जमानत या बांड पर रिहाई सुनिश्चित करने के लिए संबंधित न्यायालयों में आवेदन दायर करने का अधिकार दिया गया है।

Source: ET

उजाला योजना के 10 वर्ष

पाठ्यक्रम: GS2/ शासन व्यवस्था 

संदर्भ

  • 5 जनवरी 2015 को प्रारंभ की गई उजाला योजना ने ऊर्जा दक्षता में एक अभूतपूर्व पहल के रूप में अपनी 10वीं वर्षगांठ मनाई।

उजाला योजना का परिचय 

  • इसे घरेलू कुशल प्रकाश कार्यक्रम (DELP) के रूप में लॉन्च किया गया था और बाद में लाखों भारतीय घरों में किफायती ऊर्जा-कुशल LED बल्ब, ट्यूबलाइट एवं पंखे उपलब्ध कराकर घरेलू प्रकाश व्यवस्था में क्रांति लाने के लिए उजाला नाम दिया गया।
  •  यह ऊर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (EESL) एवं विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत डिस्कॉम का एक संयुक्त प्रयास है। 
  • कार्यान्वयन मॉडल: EESL ने प्रारंभिक लागतों को संभाला, जिसका पुनर्भुगतान नगर पालिकाओं द्वारा मासिक या त्रैमासिक वार्षिकी के माध्यम से किया गया।
    • EESL स्ट्रीट लाइटों के लिए 95% से अधिक अपटाइम सुनिश्चित किया गया, जिससे सार्वजनिक सुरक्षा एवं  विश्वसनीय नगरपालिका सेवाएँ बढ़ गईं।

महत्त्व

  • यह विश्व का सबसे बड़ा शून्य-सब्सिडी वाला घरेलू प्रकाश कार्यक्रम है।
  • इसने ऊर्जा बचत, पर्यावरण जागरूकता एवं आर्थिक दक्षता में योगदान दिया।
  • इसने घरों को कम विद्युत बिल देकर सशक्त बनाया और सतत् जीवन को बढ़ावा दिया।
स्ट्रीट लाइटिंग राष्ट्रीय कार्यक्रम (SLNP)
– इसे 5 जनवरी 2015 को उजाला के साथ लॉन्च किया गया था। 
– इसने शहरी एवं  ग्रामीण क्षेत्रों में पुरानी स्ट्रीट लाइटों को ऊर्जा-कुशल LED स्ट्रीट लाइटों से बदल दिया। 
– इसका उद्देश्य सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था के लिए ऊर्जा की खपत एवं  परिचालन लागत को कम करना है।.

Source: PIB

PLI योजना 1.1(PLI Scheme 1.1)

पाठ्यक्रम: GS3/अर्थव्यवस्था

संदर्भ

  • केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री ने विशेष इस्पात के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना के दूसरे दौर का शुभारंभ किया, जिसे PLI योजना 1.1 कहा गया है।

PLI 1.1 का परिचय

  • उद्देश्य: घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता कम करना।
  • PLI योजना 1.1 के अंतर्गत सम्मिलित  पाँच उत्पाद श्रेणियों में लेपित/प्लेटेड इस्पात उत्पाद, उच्च शक्ति/घिसाव प्रतिरोधी इस्पात, विशेष रेल, मिश्र धातु इस्पात उत्पाद एवं  इस्पात तार, तथा विद्युत सम्मिलित हैं।
    • इन उत्पादों का उपयोग विविध क्षेत्रों जैसे श्वेत वस्तुओं, ऑटोमोबाइल, बुनियादी ढाँचे एवं विद्युत ट्रांसफार्मर में किया जाता है।

PLI योजना

  • कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने की आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रारंभ में तीन क्षेत्रों के लिए प्रारंभ की गई PLI योजना को बाद में इस्पात को भी इसमें सम्मिलित  करने के लिए बढ़ा दिया गया।
  • विशिष्ट इस्पात के लिए PLI योजना का प्रथम दौर 2021 में अधिसूचित किया गया था।
  • विशिष्ट इस्पात के लिए PLI योजना का उद्देश्य देश के अन्दर मूल्यवर्धित इस्पात ग्रेड के विनिर्माण को बढ़ावा देना और भारतीय इस्पात उद्योग को प्रौद्योगिकी के संदर्भ में परिपक्व बनाने के साथ-साथ मूल्य शृंखला में आगे बढ़ने में सहायता करना है।

भारत में इस्पात उत्पादन

  • भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा कच्चे इस्पात उत्पादक है, जिसका वित्त वर्ष 23 में कच्चे इस्पात का उत्पादन 125.32 मीट्रिक टन एवं  तैयार इस्पात का उत्पादन 121.29 मीट्रिक टन था।
  • पिछले पाँच वर्षों में वैश्विक इस्पात क्षमता में लगभग 62 मिलियन टन की वृद्धि हुई है, जिसमें भारत का योगदान 6% है।

Source: TH

अंजी खड्ड ब्रिज (Anji Khad Bridge)

पाठ्यक्रम: GS3/ आधारभूत संरचना

समाचार में 

  • भारतीय रेलवे ने जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में स्थित देश के पहले केबल-स्टेड रेल ब्रिज, अंजी खड्ड ब्रिज पर टावर वैगन का सफलतापूर्वक ट्रायल रन किया है।

अंजी खड्ड ब्रिज  का परिचय 

  • लंबाई: 725.5 मीटर
  • केबल-स्टेड स्पैन: 96 केबलों द्वारा समर्थित 473.25 मीटर (82 से 295 मीटर तक)।
  • निर्माता: भारतीय रेलवे
  • परियोजना: उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का भाग
  • कनेक्टिविटी: यह कटरा एवं रियासी को जोड़ता है, तथा अंजी नदी घाटी में चुनौतीपूर्ण भूभाग को संबोधित करता है।
  • यह नदी तल से 331 मीटर की प्रभावशाली ऊँचाई पर स्थित है।

महत्त्व

  • अंजी खड्ड ब्रिज क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने, पर्यटन को बढ़ावा देने तथा आर्थिक विकास को सुविधाजनक बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Source: DD News

चयनात्मक साइलेंसिंग (Selective Silencing)

पाठ्यक्रम: GS3/विज्ञान और प्रौद्योगिकी

संदर्भ

  • नए शोध से पता चला है कि रोग उत्पन्न करने वाले जीन वाले कुछ व्यक्ति लक्षण-मुक्त क्यों रहते हैं।

परिचय 

  • चयनात्मक साइलेंसिंग: यह कुछ कोशिकाओं में माता-पिता की जीन की एक प्रति को निष्क्रिय करने को संदर्भित करता है। यह प्रक्रिया एक विशिष्ट जीन के संदेश की अभिव्यक्ति को अवरुद्ध करती है।
  • क्रियाविधि: प्रत्येक कोशिका (शुक्राणु एवं अंडाणु कोशिकाओं को छोड़कर) में प्रत्येक जीन की दो प्रतियाँ होती हैं – प्रत्येक माता-पिता से एक।
    • चयनात्मक साइलेंसिंग में, इनमें से एक प्रतिलिपि को बंद कर दिया जाता है, जिससे जीन गतिविधि में पूर्वाग्रह उत्पन्न हो जाता है।
  • रोग संबंधी निहितार्थ: चयनात्मक मौनता यह बता सकती है कि रोगों से जुड़े जीन वाले व्यक्तियों में लक्षण क्यों नहीं दिखते।
    • रोग-प्रवण जीन को निष्क्रिय करके, शरीर जीन के हानिकारक प्रभावों को कम कर सकता है।

संभावित अनुप्रयोग

  • चयनात्मक मौन को समझने से आनुवंशिक विकारों के लिए लक्षित उपचार विकसित करने में सहायता  मिल सकती है।
  • व्यक्तियों की अद्वितीय आनुवंशिक प्रोफाइल पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यक्तिगत चिकित्सा में प्रगति हो सकती है।

Source: Sciencedaily

कांडला बंदरगाह

पाठ्यक्रम :GS 3/अर्थव्यवस्था 

समाचार में 

  • केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री ने गुजरात में कांडला बंदरगाह की क्षमता बढ़ाने के लिए 57,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश की घोषणा की।
    • घोषित पहलों में एक विशाल जहाज निर्माण परियोजना एवं  बंदरगाहों के बुनियादी ढाँचे और क्षमता को बढ़ावा देने के लिए एक नया कार्गो टर्मिनल परियोजना सम्मिलित है।

कांडला बंदरगाह

  • अवस्थिति: इसे दीनदयाल बंदरगाह के नाम से भी जाना जाता है, यह पश्चिमी भारत में गुजरात राज्य के कच्छ जिले में गांधीधाम शहर के निकट  एक बंदरगाह है।
    • यह कच्छ की खाड़ी पर स्थित है और यह भारत के पश्चिमी तट पर एक प्रमुख बंदरगाह है, जो कराची, पाकिस्तान से लगभग 256 समुद्री मील दक्षिण पूर्व में तथा  मुंबई से 430 समुद्री मील उत्तर-पश्चिम में स्थित है।
  • विकास: इसका निर्माण भारत की स्वतंत्रता के पश्चात् 1950 के दशक में पश्चिमी भारत की सेवा करने वाले प्रमुख बंदरगाह के रूप में किया गया था।
  • उपलब्धि: 31 मार्च, 2016 को दीनदयाल बंदरगाह ने एक वर्ष में 100 MMT (मिलियन मीट्रिक टन) कार्गो का संचालन करके इतिहास रच दिया और यह उपलब्धि प्राप्त करने वाला प्रथम  प्रमुख भारतीय बंदरगाह बन गया।
    • वर्तमान में यह कार्गो मात्रा की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है।

Source :TH

देश का पहला जैविक मत्स्य क्लस्टर (Country’s First Organic Fish Cluster)

पाठ्यक्रम: GS3/अर्थव्यवस्था

संदर्भ

  • केंद्रीय पशुपालन एवं मत्स्यपालन मंत्री ने सिक्किम में देश का पहला जैविक मत्स्य क्लस्टर का शुभारंभ किया है।

परिचय 

  • उद्देश्य: विश्व भर के पर्यावरण के प्रति जागरूक बाजारों में एंटीबायोटिक, रसायन एवं कीटनाशक मुक्त जैविक मछली की बिक्री करना।
  • जैविक मत्स्य क्लस्टर रसायनों, एंटीबायोटिक दवाओं एवं कीटनाशकों से बचते हुए पारिस्थितिक रूप से स्वस्थ मछली पालन प्रणाली पर ध्यान केंद्रित करता है।
    • इससे न्यूनतम पर्यावरणीय प्रदूषण सुनिश्चित होता है और जलीय पारिस्थितिकी तंत्र को होने वाली क्षति से बचाव होता है, जिससे सतत् मछली उत्पादन प्रथाओं में योगदान मिलता है।
  • मंत्री ने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) के तहत 50 प्रमुख परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिसमें अरुणाचल प्रदेश एवं मिजोरम को छोड़कर सभी पूर्वोत्तर राज्य सम्मिलित  होंगे।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY)
– यह मत्स्य पालन विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय की प्रमुख योजना है और इसे 2020 में लॉन्च किया गया था।
उद्देश्य: विभिन्न योजनाओं एवं  पहलों के समेकित प्रयासों के माध्यम से ‘सूर्योदय’ मत्स्य पालन क्षेत्र को गति प्रदान करना।
– PMMSY एक व्यापक योजना है जिसके दो अलग-अलग घटक हैं, अर्थात् केंद्रीय क्षेत्र योजना (CS) एवं  केंद्र प्रायोजित योजना (CSS)।
– केन्द्र प्रायोजित योजना (CSS) घटक को गैर-लाभार्थी उन्मुख एवं  लाभार्थी उन्मुख उप-घटकों/गतिविधियों में विभाजित किया गया है:
1. उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि
2. बुनियादी ढाँचा एवं  कटाई के बाद का प्रबंधन
3. मत्स्य पालन प्रबंधन एवं  नियामक ढाँचा।

Source: TH

टाइडल टेल (Tidal Tail)

पाठ्यक्रम :GS 3/विज्ञान और प्रौद्योगिकी

समाचार में 

  • आकाशगंगा NGC 3785 की टाइडल टेल (तारों और गैस की एक पतली, लम्बी संरचना) के अंत में एक नई अति-विसरित आकाशगंगा की खोज की गई है, जो पृथ्वी से 430 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर लिओ तारामंडल (Leo constellation) में स्थित है।

टाइडल टेल का परिचय

  • टाइडल टेल में इसकी लम्बाई के अनुरूप तारा-निर्माण करने वाले समूह होते हैं, जो आकाशगंगा के विकास एवं कम सतही चमक वाली संरचनाओं के निर्माण के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करते हैं।
  • NGC 3785 को अब तक खोजी गई सबसे लम्बी टाइडल टेल के रूप में जाना जाता है, जो 1.27 मिलियन प्रकाश वर्ष तक फैली हुई है।
    • जब दो आकाशगंगाएँ आपस में निकटता से संपर्क करती हैं तो गुरुत्वाकर्षण बल के कारण पूँछ का निर्माण होता है।

महत्त्व

  • हालिया खोज से यह जानकारी मिलती है कि अति-विसरित आकाशगंगाएँ (UDGs) किस प्रकार बनती हैं।
    • अति-विसरित आकाशगंगा का निर्माण संभवतः NGC 3785 और एक पड़ोसी आकाशगंगा के मध्य गुरुत्वाकर्षण अंतर्क्रिया के कारण हुआ है।
  •  टाइडल टेल को ऐसी धुंधली एवं फैली हुई आकाशगंगाओं के निर्माण में एक प्रमुख विशेषता माना जाता है।
  • यह खोज टाइडल की उन धुंधली विशेषताओं को समझने के लिए महत्त्वपूर्ण है, जो पारंपरिक सर्वेक्षणों में प्रायः छूट जाती हैं।

Source  :PIB

प्रवासी भारतीय दिवस (PBD)

पाठ्यक्रम :विविध 

समाचार में

  • 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (PBD) से पहले 70 देशों से 3,000 से अधिक प्रतिनिधि ओडिशा पहुँचे हैं।
    • प्रवासी भारतीय दिवस-2025 का विषय है ‘विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान’।

प्रवासी भारतीय दिवस (PBD) का परिचय

  • भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान के सम्मान में प्रत्येक वर्ष 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है।
  • यह तिथि इसलिए चुनी गई क्योंकि 9 जनवरी, 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे, जिसके साथ ही भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके नेतृत्व की शुरुआत हुई थी।
  • उद्देश्य: प्रवासी भारतीय दिवस का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार के साथ प्रवासी भारतीय समुदाय के जुड़ाव को मजबूत करना और उन्हें अपनी जड़ों से फिर से जोड़ना है।
  • पहल:
    •  PBD सम्मेलन: पहला PBD सम्मेलन 9 जनवरी, 2003 को आयोजित किया गया था।
    • प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार: प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान, चुनिंदा प्रवासी भारतीयों को भारत और विदेश में विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

Source :TH