15वीं भारत-UAE संयुक्त आयोग बैठक (JCM)

पाठ्यक्रम: GS2/ अंतरराष्ट्रीय संबंध

सन्दर्भ

  • विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके UAE समकक्ष शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने 15वीं भारत-UAE संयुक्त आयोग बैठक (JCM) की सह-अध्यक्षता की।

परिचय

  • अमीरात ध्रुवीय मिशन संचालन समिति, संयुक्त अरब अमीरात और राष्ट्रीय ध्रुवीय एवं महासागर अनुसंधान केंद्र (NCPOR), भारत के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
    • यह समझौता ध्रुवीय परिचालन, अनुसंधान और क्षमता निर्माण में सहयोग का मार्ग प्रशस्त करता है।
  • अबू धाबी में IIT-दिल्ली परिसर के उद्घाटन के बाद, दोनों पक्षों ने IIM-अहमदाबाद और दुबई में भारतीय विदेश व्यापार संस्थान के विदेशी परिसरों की स्थापना की प्रगति की समीक्षा की।
  • दोनों पक्षों ने वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर (VTC) और मैत्री इंटरफेस जैसे नए तकनीकी प्लेटफार्मों पर भी चर्चा की, जिन्हें कागज रहित लेनदेन को सक्षम करके व्यापार दक्षता बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

संयुक्त अरब अमीरात और भारत के संबंध

  • राजनीतिक: भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने 1972 में राजनयिक संबंध स्थापित किये।
  • बहुपक्षीय सहयोग: भारत और UAE वर्तमान में कई बहुपक्षीय प्लेटफार्मों जैसे I2U2 (भारत-इज़राइल-UAE-USA) और UFI(UAE-फ्रांस-भारत) त्रिपक्षीय आदि का हिस्सा हैं।
    • G-20 शिखर सम्मेलन में UAE को अतिथि देश के रूप में भी आमंत्रित किया गया
  • आर्थिक और वाणिज्यिक: भारत-UAE व्यापार 84.84 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जिससे UAE वर्ष 2021-22 के लिए चीन और अमेरिका के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है।
    • वर्ष 2022-23 के लिए लगभग 31.61 बिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि के साथ UAE भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य (अमेरिका के बाद) है।
    • व्यापार संबंधों को गहरा करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में 2022 में व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर किए गए।
    • निवेशक सुरक्षा प्रदान करके द्विपक्षीय निवेशों को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए 2024 में द्विपक्षीय निवेश संधि (BIT) पर हस्ताक्षर किए गए।
  • रक्षा सहयोग: इसे मंत्रालय स्तर पर संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (JDCC) के माध्यम से संचालित किया जाता है, जिसके तहत 2003 में रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, जो 2004 में प्रभावी हुआ।
    • डेजर्ट साइक्लोन अभ्यास 2024 सैन्य सहयोग में एक माइलस्टोन सिद्ध होगा।
  • अंतरिक्ष सहयोग: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) एवं संयुक्त अरब अमीरात अंतरिक्ष एजेंसी ने 2016 में शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बाह्य अंतरिक्ष की खोज और उपयोग में सहयोग के संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
  • भारतीय समुदाय: लगभग 3.89 मिलियन का भारतीय प्रवासी समुदाय संयुक्त अरब अमीरात का सबसे बड़ा जातीय समुदाय है, जो देश की जनसँख्या का लगभग 35 प्रतिशत है।

आगे की राह

  • दोनों देश ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग करते हैं और दीर्घकालिक आपूर्ति समझौतों, अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम परियोजनाओं में सहयोग तथा रणनीतिक भंडारों में आपसी निवेश की संभावनाएं खोज रहे हैं।
  • वे रक्षा, उभरती प्रौद्योगिकियों, परमाणु ऊर्जा, ध्रुवीय अनुसंधान, महत्वपूर्ण खनिजों और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने के तरीकों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

निष्कर्ष

  • भारत-UAE संबंधों में वृद्धि की महत्वपूर्ण संभावनाएं हैं, जो दोनों देशों के आर्थिक विविधीकरण और सतत विकास के लक्ष्यों से प्रेरित हैं।
  • एक-दूसरे की शक्तियों का लाभ उठाकर, विशेष रूप से नवीकरणीय ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और नवाचार जैसे उभरते क्षेत्रों में, वे एक सुदृढ़ साझेदारी बना सकते हैं।

Source: FE