दूसरा भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर सम्मेलन

पाठ्यक्रम :GS 2/अंतरराष्ट्रीय संबंध

समाचार में

भारत के प्रधानमंत्री और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने रियो डी जेनेरियो में ग्रुप ऑफ 20 (G20) शिखर सम्मेलन के दौरान दूसरी भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर बैठक आयोजित की

भारत-ऑस्ट्रेलिया शिखर सम्मेलन के परिणाम

  • द्विपक्षीय प्रगति: दोनों प्रधानमंत्रियों ने जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा, व्यापार, निवेश, रक्षा, शिक्षा और लोगों के बीच आपसी संबंधों जैसे क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण प्रगति को स्वीकार किया।
  • आर्थिक सहयोग:
    • भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (ECTA) व्यापार एवं बाजार पहुंच को बढ़ावा दे रहा है।
    • अधिक व्यापक व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (CECA) की दिशा में कार्य चल रहा है।
    • व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए ऑस्ट्रेलिया-भारत व्यापार विनिमय (AIBX) कार्यक्रम को चार वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है।
  • ऊर्जा और पर्यावरण: सौर पीवी, हरित हाइड्रोजन, ऊर्जा भंडारण और नवीकरणीय ऊर्जा कार्यबल विकास में सहयोग के लिए भारत-ऑस्ट्रेलिया नवीकरणीय ऊर्जा साझेदारी (REP) का शुभारंभ।
    • स्वच्छ ऊर्जा के लिए महत्वपूर्ण खनिजों को आगे बढ़ाने के लिए भारत के खनिज विदेश लिमिटेड और ऑस्ट्रेलिया के महत्वपूर्ण खनिज कार्यालय के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर प्रगति।
  • अंतरिक्ष सहयोग: संयुक्त परियोजनाओं के साथ अंतरिक्ष साझेदारी को बढ़ावा देना, जैसे कि गगनयान मिशन के लिए समर्थन और 2026 में भारतीय वाहनों पर ऑस्ट्रेलियाई उपग्रहों का प्रक्षेपण।
  • रक्षा एवं सुरक्षा: 2025 में रक्षा एवं सुरक्षा पर संयुक्त घोषणा का नवीनीकरण, जिसमें मजबूत सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
    • पारस्परिक रसद सहायता व्यवस्था के तहत रक्षा अभ्यास और अंतर-संचालन में वृद्धि।
    • क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए समुद्री सुरक्षा और पारस्परिक सूचना-साझाकरण समझौते।
    • भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई रक्षा उद्योग रक्षा प्रदर्शनियों एवं उद्योग यात्राओं में भागीदारी के साथ आगे सहयोग करेंगे।
  • संसदीय सहयोग: रणनीतिक साझेदारी के हिस्से के रूप में निरंतर अंतर-संसदीय सहयोग पर जोर।
  • शिक्षा, लोगों से लोगों का संपर्क और गतिशीलता: लोगों से लोगों के बीच संबंधों और पेशेवरों की गतिशीलता को बढ़ाने के लिए वर्किंग हॉलिडे मेकर वीजा कार्यक्रम एवं MATES गतिशीलता योजना।
    • व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए बेंगलुरु और ब्रिसबेन में नए वाणिज्य दूतावास खोलना।
    • शिक्षा एवं खेल में सहयोग, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों द्वारा भारत में परिसरों की स्थापना और खेल विज्ञान तथा इवेंट मैनेजमेंट के लिए संयुक्त पहल शामिल हैं।
  • क्षेत्रीय और बहुपक्षीय सहयोग: क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और संप्रभुता में साझा हितों के साथ एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक के प्रति प्रतिबद्धता।
    • स्वास्थ्य, सुरक्षा, बुनियादी ढांचे और जलवायु परिवर्तन में क्वाड पहलों के लिए समर्थन।
    •  पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन और इंडो-पैसिफिक महासागर पहल जैसे क्षेत्रीय ढांचे के तहत आसियान केंद्रीयता एवं सहयोग को सुदृढ़ करना। 
    • हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA) सहित हिंद महासागर सहयोग के लिए प्रतिबद्धता, और जलवायु, स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर प्रशांत द्वीप देशों के लिए समर्थन।
  • आतंकवाद का मुकाबला और वैश्विक मुद्दे: दोनों नेताओं ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और आतंकवाद के वित्तपोषण एवं वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) पहलों पर सहयोग की संभावना तलाशी। 
  • भविष्य की राह: दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को घनिष्ठ करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की और व्यापक रणनीतिक साझेदारी की पांचवीं वर्षगांठ के 2025 के स्मरणोत्सव का स्वागत किया।
    • उन्होंने 2025 में अगले भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर सम्मेलन की प्रतीक्षा की।

Source: PIB