सिलीगुड़ी कॉरिडोर (Siliguri Corridor)

पाठ्यक्रम: GS3/आंतरिक सुरक्षा

संदर्भ

  • केंद्रीय गृह मंत्री ने पूर्वोत्तर भारत के लिए महत्त्वपूर्ण संपर्क के रूप में सिलीगुड़ी कॉरिडोर के महत्त्व पर प्रकाश डाला और कहा कि इस क्षेत्र में सशस्त्र सीमा बल (SSB) की उपस्थिति पूरे देश के लिए एक आश्वासन है।

सिलीगुड़ी कॉरिडोर का परिचय

सिलीगुड़ी कॉरिडोर का परिचय
  • इसे चिकन नेक के नाम से भी जाना जाता है, यह पश्चिम बंगाल में भूमि की एक संकरी पट्टी है जो पूर्वोत्तर राज्यों को देश के शेष हिस्सों से जोड़ती है। 
  • यह महानंदा और तीस्ता नदी के बीच स्थित पूर्वी भारत का एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्र है। 
  • चीन, नेपाल और बांग्लादेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के निकट होने के कारण यह महत्त्वपूर्ण सैन्य महत्त्व रखता है।

सिलीगुड़ी कॉरिडोर का महत्त्व

  • भू-राजनीतिक महत्त्व: यह भारतीय मुख्य भूमि को पूर्वोत्तर राज्यों से जोड़ता है, जो उनके और शेष भारत के बीच एकमात्र भूमि संपर्क के रूप में कार्य करता है।
  • सैन्य और सुरक्षा: रक्षा उद्देश्यों और सशस्त्र बलों की गतिशीलता के लिए इस गलियारे पर नियंत्रण महत्त्वपूर्ण है।
  • व्यापार और परिवहन: यह गलियारा भारत और उसके पूर्वोत्तर राज्यों के बीच व्यापार एवं माल के परिवहन के साथ-साथ पड़ोसी देशों से जुड़ने के लिए एक महत्त्वपूर्ण मार्ग है।
  • रणनीतिक भेद्यता: इसकी संकीर्णता इसे अवरोधों के प्रति संवेदनशील बनाती है, जो पूर्वोत्तर और शेष भारत के बीच संबंध को तोड़ सकती है, जिससे यह रणनीतिक एवं अवसंरचनात्मक विकास का केंद्र बन जाता है।

सिलीगुड़ी कॉरिडोर को सुरक्षित करने की आवश्यकता

  • सामरिक संपर्क: यदि इसे बाधित किया जाता है, तो यह उत्तर-पूर्व के राज्यों को पृथक् कर देगा, जिससे सरकार के लिए आवश्यक वस्तुओं, सेवाओं और सैन्य सहायता की आपूर्ति करना मुश्किल हो जाएगा।
  • सैन्य और रक्षा संबंधी विचार: यह संवेदनशील अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के पास है, विशेषकर चीन, नेपाल और बांग्लादेश के साथ।
    • इसे सुरक्षित करने से संघर्ष की स्थिति में भारतीय सेना और आपूर्ति की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित होती है।
  • भू-राजनीतिक भेद्यता: गलियारे की संकीर्णता इसे विरोधियों द्वारा अवरोधों या नियंत्रण के प्रति संवेदनशील बनाती है।
    • कोई भी व्यवधान भारत की पूर्वोत्तर तक पहुँच को बाधित कर सकता है, जिससे बाहरी शक्तियों को इस क्षेत्र को प्रभावित या अस्थिर करने का अवसर मिल सकता है।
  • आर्थिक और व्यापारिक महत्त्व: यह बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों के साथ सीमा पार व्यापार की सुविधा भी देता है। गलियारे की सुरक्षा सुनिश्चित करने से आर्थिक स्थिरता और संसाधनों तक पहुँच बनाए रखने में सहायता मिलती है।
  • आंतरिक सुरक्षा: सिलीगुड़ी गलियारे की सुरक्षा सुनिश्चित करना आंतरिक शांति के लिए महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि यह बाहरी प्रभावों को क्षेत्र को अस्थिर करने से रोकने में सहायता करता है और राष्ट्रीय एकता का समर्थन करता है।

Source: TH