JAM ट्रिनिटी और डिजिटल क्रांति

पाठ्यक्रम: GS3/वृद्धि एवं विकास; वित्तीय समावेशन

संदर्भ

  • JAM (जन धन, आधार, मोबाइल) ट्रिनिटी ने सरकारी सेवाओं के वितरण के तरीके में क्रांति ला दी है और लाखों नागरिकों को सशक्त बनाया है।

भारत में JAM ट्रिनिटी के माध्यम से वित्तीय समावेशन

  • वित्तीय समावेशन को सामान्यतः उचित, सस्ती एवं सुलभ वित्तीय सेवाओं तक पहुँच और उनके उपयोग के रूप में परिभाषित किया जाता है।
  • JAM ट्रिनिटी भारत की डिजिटल क्रांति की आधारशिला रही है, जिसने शासन और वित्तीय समावेशन के परिदृश्य को परिवर्तित कर दिया है।
  • इसे डिजिटल इंडिया के लिए सरकार के व्यापक दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था, और इसने सार्वजनिक सेवा वितरण के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में वैश्विक स्तर पर नए मानक स्थापित किए हैं।

JAM ट्रिनिटी का महत्त्व और प्रभाव

  • प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY): इसे 2014 में भारत के प्रत्येक घर को बैंकिंग सेवाओं तक पहुँच प्रदान करने के लक्ष्य के साथ लॉन्च किया गया था।
    • 54 करोड़ से अधिक जन धन खाते हैं, जिनमें कुल जमा राशि लगभग ₹2.39 लाख करोड़ है।
    • यह ग्रामीण, अर्ध-शहरी क्षेत्रों और महिलाओं के बीच विशेष रूप से सफल रहा है, जहाँ लगभग 66% खाते इन क्षेत्रों से हैं।
    • छोटे व्यवसायों और उद्यमियों को ज़मानत-मुक्त, किफ़ायती ऋण प्रदान करके मुद्रा ऋण।
  • आधार: यह विश्व की सबसे बड़ी बायोमेट्रिक ID प्रणाली है, और इसने यह सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है कि सरकारी लाभ लक्षित लाभार्थियों तक पहुँचें।
    • प्रत्येक निवासी को एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करके, आधार ने प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया है, मध्यस्थों को समाप्त किया है और लीकेज को कम किया है।
    • इसने 312 सरकारी कार्यक्रमों में ₹33 ट्रिलियन के हस्तांतरण की सुविधा प्रदान की, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि सरकारी लाभ बिना किसी मध्यस्थ के लक्षित प्राप्तकर्त्ताओं तक पहुँचें।
  • मोबाइल कनेक्टिविटी: इसने सरकारी सेवाओं और वित्तीय लेन-देन तक सहज पहुँच को सक्षम किया है, जिससे नागरिकों के लिए डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़ना सुलभ हो गया है।
    • वित्त वर्ष 2023-24 में, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेन-देन 200 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गया, जो 2017-18 से 138% की वृद्धि है। वैश्विक रीयल-टाइम भुगतान लेन-देन का 40% से अधिक भाग भारत में हो रहा है।
  • सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ जिनमें जीवन बीमा, दुर्घटना बीमा और पेंशन योजनाएँ शामिल हैं, 50 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुँच रही हैं।
    • आयुष्मान भारत, विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना, JAM ट्रिनिटी के माध्यम से संभव हुई है, जो लाखों नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा कवरेज प्रदान करती है।

Source: PIB