इनडोर वायु गुणवत्ता और शुद्धिकरण

पाठ्यक्रम: GS3/वायु प्रदूषण

सन्दर्भ

  • उत्तर भारत के अधिकांश भागों में, PM 2.5 का स्तर लगभग पूरे वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन की सुरक्षित सीमा से अधिक रहता है, जिससे इनडोर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आवश्यक हो जाता है।

इनडोर वायु प्रदूषण

  • इनडोर वायु प्रदूषण से तात्पर्य इमारतों और घरों के अंदर हवा में हानिकारक पदार्थों या प्रदूषकों की उपस्थिति से है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए जोखिम उत्पन्न कर सकते हैं। 
  • यदि उचित वेंटिलेशन या वायु निस्पंदन प्रणाली नहीं है, तो ये प्रदूषक हानिकारक स्तर तक जमा हो सकते हैं।

इनडोर वायु प्रदूषण के सामान्य स्रोत:

  • घरेलू उत्पाद: सफाई एजेंट, पेंट और एयर फ्रेशनर हवा में वाष्पशील कार्बनिक यौगिक (VOCs) जैसे रसायन छोड़ सकते हैं।
  • तम्बाकू का धुआँ: सिगरेट का धुआँ एक महत्वपूर्ण इनडोर वायु प्रदूषक है।
  • खाना बनाना: स्टोव, विशेष रूप से गैस स्टोव, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और पार्टिकुलेट मैटर छोड़ते हैं।
  • धूल और पराग: जमा हुई धूल और बाहरी पराग श्वसन संबंधी स्थितियों और एलर्जी को खराब कर सकते हैं।

प्रभाव:

  • विकासशील देशों में इनडोर वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या है, जहाँ लोग प्रायः खाना पकाने और गर्म करने के लिए घर के अंदर लकड़ी, कोयला, गोबर या अन्य ठोस ईंधन जलाते हैं।
    • इन सामग्रियों को जलाने से हवा में हानिकारक प्रदूषक निकलते हैं, जिनमें महीन कण, कार्बन मोनोऑक्साइड और कई अन्य विषाक्त पदार्थ शामिल हैं। 
  • इससे स्ट्रोक, इस्केमिक हृदय रोग, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और फेफड़ों के कैंसर सहित गैर-संचारी रोग होते हैं।
  •  महिलाएं और बच्चे, जो सामान्यतः खाना पकाने और जलाऊ लकड़ी एकत्रित करने जैसे घरेलू कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं, घरों में प्रदूषणकारी ईंधन और प्रौद्योगिकियों के उपयोग से सबसे अधिक स्वास्थ्य संबंधी भार उठाते हैं। 
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इनडोर वायु प्रदूषण के कारण लगभग 4.2 मिलियन लोगों की मृत्यु समय से पहले हो जाते हैं।

उपाय

  • इनडोर वायु गुणवत्ता में सुधार की शुरुआत PM2.5 के संपर्क को नियंत्रित करने से होती है, जो चिंता का मुख्य प्रदूषक है जो श्वसन संबंधी बीमारियों, हृदय संबंधी स्थितियों और तंत्रिका संबंधी विकारों से जुड़ा हुआ है।
  • पहला कदम बाहरी प्रदूषकों के प्रवेश को सीमित करना है।
    • खिड़कियाँ और दरवाज़े बंद रखने से प्रदूषित हवा अंदर नहीं जा पाती, जबकि खिड़कियों, दरवाज़ों और वेंट के आस-पास की जगह को सील करने से हवा का रिसाव कम होता है।
  • घर के अंदर के पौधे: इनडोर पौधे प्रदूषकों को सोखकर और ऑक्सीजन छोड़कर हवा को शुद्ध करने में सहायता करते हैं।
  • एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना, विशेषकर बेडरूम जैसी जगहों पर जहाँ काफी समय बिताया जाता है, जोखिम को कम करने की कुंजी है।
  • प्यूरीफायर को साफ करने के लिए ज़रूरी हवा की मात्रा को सीमित करना – दूसरे कमरों के दरवाज़े बंद करके – दक्षता को और बढ़ाता है।

वायु शोधक/एयर प्यूरीफायर का महत्व

  • एयर प्यूरीफायर वास्तव में HEPA (हाई एफिशिएंसी पार्टिकुलेट एयर) फिल्टर के साथ जोड़ा गया पंखा है, जिसे PM2.5 जैसे महीन कणों को फंसाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • कई आधुनिक प्यूरीफायर सेंसर के साथ आते हैं जो हवा की गुणवत्ता के आधार पर पंखे की गति को स्वचालित रूप से समायोजित करते हैं, जिससे दक्षता में सुधार होता है।

एयर प्यूरीफायर की सीमाएँ:

  • प्रभावशीलता: बाहरी वायु शोधक (स्मॉग टावर) बाहरी हवा की विशाल मात्रा के कारण अप्रभावी होते हैं।
    • घरों में इनडोर प्यूरीफायर खराब सीलिंग वाले घरों में कम प्रभावी होते हैं, जहाँ बाहरी प्रदूषक आसानी से घुस जाते हैं।
  • नैतिक मुद्दे: एयर प्यूरीफायर असमान समाधान हैं, जो केवल उन लोगों को लाभ पहुँचाते हैं जो उन्हें वहन कर सकते हैं।
    • ये व्यक्तिगत उपाय लक्षणों को संबोधित करते हैं, मूल कारणों को नहीं, और वर्तमान असमानताओं को बढ़ाने का जोखिम उठाते हैं।
    • दीर्घकालिक समाधानों के लिए बाहरी वायु गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता होती है, न कि केवल व्यक्तिगत शमन प्रयासों की।

निष्कर्ष 

  • जैसे-जैसे तकनीक विकसित होती जा रही है, इनडोर वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नए और अधिक प्रभावी समाधान सामने आ रहे हैं।
  •  इसके अतिरिक्त, अब घरों में कॉम्पैक्ट एवं अधिक कुशल वायु गुणवत्ता सेंसर लगाए जा सकते हैं, जो प्रदूषण के स्तर की निरंतर निगरानी करते हैं और वायु गुणवत्ता खराब होने पर अलर्ट प्रदान करते हैं। 
  • नैनो टेक्नोलॉजी भविष्य के नवाचार के लिए एक आशाजनक क्षेत्र है।

Source: IE