भारत-सऊदी अरब रक्षा क्षेत्र में संयुक्त उद्यमों की संभावनाएँ खोज रहे हैं

पाठ्यक्रम: GS2/ अंतर्राष्ट्रीय संबंध

संदर्भ

  • भारत और सऊदी अरब रक्षा उत्पादन को स्थानीय बनाने के लिए संयुक्त उद्यमों और औद्योगिक सहयोग पर ध्यान केंद्रित करके रक्षा सहयोग में वृद्धि कर रहे हैं।

भारत सऊदी रक्षा सहयोग

  • भारत और सऊदी अरब रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता और आपसी विकास प्राप्त करने के लिए रक्षा संबंधों को सुदृढ़ करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
  • साझा लक्ष्य: सऊदी अरब का लक्ष्य भारत की मेक इन इंडिया पहल के साथ संरेखित करते हुए विज़न 2030 के अंतर्गत अपने रक्षा व्यय का 50% स्थानीय बनाना है।
  • सऊदी अरब ने रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम मुनिशन इंडिया लिमिटेड से गोला-बारूद के लिए $250 मिलियन का अनुबंध किया।
  • सऊदी अरब ने भारत फोर्ज से 155 मिमी. एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) क्रय किया है।
  • संयुक्त अभ्यास:
    • सदा तनसीक: जनवरी 2024 में राजस्थान में आयोजित पहला सैन्य अभ्यास।
    • तरंग शक्ति: सऊदी अरब ने भारत के सबसे बड़े हवाई अभ्यास में पर्यवेक्षक के रूप में भाग लिया।
    • अल मोहद अल हिंदी: 2022 में प्रारंभ किया गया द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास।

भारत सऊदी अरब संबंध

  • राजनीतिक संबंध: दोनों देशों ने 1947 में राजनयिक संबंध स्थापित किए।
    •  2006 की शाही यात्रा के परिणामस्वरूप दिल्ली घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके पश्चात् 2010 में रियाद घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए गए, जिसने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में परिवर्तित कर दिया। 
    • भारतीय प्रधानमंत्री की 2019 की रियाद यात्रा के दौरान रणनीतिक भागीदारी परिषद (SPC) समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, जिसने भारत-सऊदी संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए एक उच्च स्तरीय परिषद की स्थापना की। 
  • आर्थिक संबंध: भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है; सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है।
    • 2023-24 में भागीदारों के मध्य द्विपक्षीय व्यापार 43.3 बिलियन डॉलर था।
    • भारत में सऊदी का प्रत्यक्ष निवेश 3.15 बिलियन डॉलर (मार्च 2022 तक) था। 
    • संयुक्त उद्यम 100% स्वामित्व वाली संस्थाओं के रूप में 2,783 भारतीय कंपनियाँ पंजीकृत थीं, जिनका राज्य में लगभग 2 बिलियन डॉलर का निवेश था। (जनवरी 2022 तक)
  • ऊर्जा सहयोग: वित्त वर्ष 23 में सऊदी अरब भारत का तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल और पेट्रोलियम उत्पाद स्रोत था।
    • भारत ने वित्त वर्ष 23 में देश से 39.5 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) कच्चा तेल आयात किया, जो भारत के कुल कच्चे तेल आयात का 16.7% था। 
    • वित्त वर्ष 23 में सऊदी अरब से भारत का LPG आयात 7.85 MMT था, और इसके कुल पेट्रोलियम उत्पाद आयात का 11.2% था।
  • भारतीय प्रवासी: 2023 तक, सऊदी अरब में 2.6 मिलियन भारतीय थे। यह बांग्लादेश के पश्चात् देश में विदेशी श्रमिकों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या है।

भविष्य का दृष्टिकोण

  • रक्षा आयात पर निर्भरता कम करने और स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहन देने की साझा आकांक्षा दोनों देशों के लिए महत्त्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करती है।
  • AI एवं साइबर सुरक्षा जैसी अत्याधुनिक तकनीकों में संयुक्त उद्यम और सहयोग रणनीतिक स्वायत्तता में वृद्धि कर सकते हैं।
  • विज़न 2030 और मेक इन इंडिया के अंतर्गत अपने लक्ष्यों को संरेखित करके, भारत एवं सऊदी अरब वैश्विक रक्षा परिदृश्य को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भागीदार के रूप में उभर सकते हैं।
  • सऊदी अरब में भारतीय श्रमिकों की सफलता सुनिश्चित करने के लिए निरंतर सहयोग आवश्यक है, जो दोनों देशों के लिए अधिक आर्थिक स्थिरता और विकास में योगदान देगा।

Source: TH