पाठ्यक्रम:GS2/अंतर्राष्ट्रीय संबंध
समाचार में
वर्ष 2024 में अनेक यात्राएँ हुई, जिनमें वैश्विक असुरक्षा और पड़ोस की समस्याओं, विशेष रूप से बांग्लादेश पर विशेष बल दिया गया।
विदेशी संबंधों में महत्वपूर्ण बिंदु:
- चीन: वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सेनाओं के पीछे हटने की वार्ता सबसे कठिन थी।
- पांच वर्षों में पहली औपचारिक मोदी-शी बैठक एक महत्वपूर्ण बिंदु सिद्ध हुई।
- फ्रांस: फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लिया और सुदृढ़ द्विपक्षीय संबंधों की पुष्टि की।
- यूरोपीय मुक्त व्यापार: भारत-यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ समझौता सम्पन्न हुआ, जो यूरोप के साथ भारत का पहला समझौता था।
- पड़ोसी कूटनीति: भूटान, श्रीलंका और मालदीव सहित पड़ोसी देशों के नेताओं की यात्राओं से संबंध सुदृढ़ हुए।
- SCO शिखर सम्मेलन के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर की पाकिस्तान यात्रा महत्वपूर्ण थी।
शंघाई सहयोग संगठन
- बांग्लादेश: प्रधानमंत्री शेख हसीना के राजनीतिक उथल-पुथल के बाद बांग्लादेश का अलगाव एक बड़ा आघात था।
- कनाडा: निज्जर हत्याकांड में भारत की संलिप्तता के आरोपों के कारण राजनयिक संबंधों में कटुता आ गई, जिससे प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार के साथ तनाव उत्पन्न हो गया।
- अमेरिकी संबंध: अमेरिकी न्याय विभाग ने अडानी समूह और एक भारतीय अधिकारी के विरुद्ध अभियोग दायर किया, जिससे अमेरिका के साथ उसके संबंध जटिल हो गए, भले ही वहां भारत समर्थक सरकार है।
वैश्विक संघर्षों से निपटना:
- रूस-यूक्रेन संघर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस और यूक्रेन दोनों की यात्राओं ने भारत की संभावित मध्यस्थता भूमिका के बारे में अनुमानोंको बढ़ावा दिया।
- इजराइल-फिलिस्तीन: भारत ने संतुलित दृष्टिकोण बनाए रखा, तथा गाजा में इजराइल की कार्रवाइयों के संबंध में संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उदाहरण देते हुए नागरिक हताहतों की संख्या को रोकने का आह्वान किया।
- मध्य पूर्व संबंध: IMEC और I2U2 जैसी बहुपक्षीय पहलों को चुनौतियों का सामना करना पड़ा, और भारत ने पश्चिम एशियाई देशों के साथ द्विपक्षीय संबंध बनाने का प्रयास किया।
भविष्य का दृष्टिकोण
- अमेरिकी संबंध: एस. जयशंकर की वाशिंगटन यात्रा और ट्रम्प टीम के साथ बैठकें अमेरिका-भारत संबंधों पर ध्यान केंद्रित करने का संकेत देती हैं।
- राष्ट्रपति ट्रम्प के क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने की संभावना है।
- ईरान: वर्ष 2025 में ईरान से एक मंत्रिस्तरीय यात्रा की शुरूआत होने की संभावना है।
- रूस: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दिल्ली यात्रा 2025 की शुरुआत में होने की संभावना है, जो युद्ध प्रारंभ होने के बाद उनकी पहली यात्रा होगी।
- गणतंत्र दिवस: इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि होंगे।
- 2025 में भारत की विदेश नीति के लिए मुख्य चुनौती परिवर्तन के साथ सामंजस्य बिठाते हुए वैश्विक अनिश्चितता से निपटना होगा।
Source :TH
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