जैसे-जैसे भारत की आर्थिक संरचना विकसित हो रही है, उभरती चुनौतियों और अवसरों से निपटने के लिए प्राथमिकता क्षेत्र ऋण (PSL) ढाँचे की व्यापक समीक्षा की आवश्यकता है।
चूँकि उपग्रह इंटरनेट वैश्विक कनेक्टिविटी का एक महत्त्वपूर्ण घटक बन गया है, और उपग्रह-आधारित संचार पर प्रभुत्वशाली होने की प्रतिस्पर्धा केवल तकनीकी उन्नति के बारे में नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक प्रभाव और डिजिटल संप्रभुता के बारे में भी है।
AI-आधारित शोषण से प्रेरित डिजिटल बाल दुर्व्यवहार एक उभरता हुआ खतरा है, और बच्चों को इन खतरों से बचाने के लिए तत्काल नियामक, तकनीकी और सामाजिक हस्तक्षेप की आवश्यकता है।
चूँकि भारत बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) के 6वें शिखर सम्मेलन की तैयारी कर रहा है, इसलिए बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने और साझा चुनौतियों का समाधान करने में इसकी भूमिका जाँच के दायरे में है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 को भारत की शिक्षा प्रणाली के लिए एक परिवर्तनकारी रूपरेखा के रूप में सराहा गया है। हालाँकि, नीति को व्यवहार में लाना अद्वितीय चुनौतियाँ और अवसर प्रस्तुत करता है।
संसद की लोक लेखा समिति (PAC) की 19वीं रिपोर्ट में GST ढाँचे में व्यापक बदलाव का आह्वान किया गया है, जिसमें प्रक्रियागत अकुशलताओं और अनुपालन चुनौतियों को दूर करने के लिए संशोधित ‘GST 2.0’ का प्रस्ताव किया गया है।
भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच विकसित हो रही रक्षा साझेदारी ने प्रौद्योगिकी साझाकरण, संयुक्त अभ्यास और रक्षा खरीद में महत्त्वपूर्ण प्रगति लाई है, लेकिन यह भारत की रणनीतिक स्वायत्तता के बारे में गंभीर प्रश्न उठाती है।
न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा विवाद ने न्यायिक जवाबदेही, भारत में न्यायाधीशों की नियुक्ति की प्रक्रिया के बारे में विमर्श को फिर से उत्पन्न कर दिया है और राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) को फिर से सुर्खियों में ला दिया है।
कृषि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति अधिक संवेदनशील होती जा रही है, जिसमें वर्षा के पैटर्न में परिवर्तन भी शामिल है, जो पारंपरिक कृषि पद्धतियों को बाधित करता है और खाद्य सुरक्षा को खतरा पहुँचाता है।